
पेंशन नहीं निकालोगे तो सरकार पैसा वापस ले लेगी? असल बात जान लो
अगर आप पेंशनधारक हैं और पिछले कई महीनों या सालों से आपने अपने बैंक खाते से पेंशन की रकम नहीं निकाली है, तो आपके मन में यह सवाल आना स्वाभाविक है कि कहीं सरकार वह पैसा वापस तो नहीं ले लेती? यह धारणा आम है, लेकिन इसका सच कुछ अलग है। आइए जानते हैं इसे जाने का प्रयास करते हैं...
भारत में पेंशन योजनाएं बुजुर्गों और रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए एक आर्थिक सहारा होती हैं। हर महीने पेंशन की राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। लेकिन अगर इस राशि को लंबे समय तक नहीं निकाला गया, तो क्या सरकार इसे वापस ले लेती है?
जवाब है – नहीं। अगर पेंशन की रकम आपके खाते में जमा हो चुकी है, तो सरकार उसे सीधे तौर पर वापस नहीं लेती। लेकिन कुछ नियम हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना नुकसानदायक हो सकता है।
अगर कोई पेंशनधारक 6 महीने या उससे ज्यादा समय तक अपनी पेंशन नहीं निकालता है, तो बैंक उस खाते को संदिग्ध (inactive) मान सकता है। इससे पेंशन की राशि आनी बंद हो सकती है। कई बार संबंधित विभाग यह मान लेता है कि लाभार्थी अब जीवित नहीं है, और पेंशन रोक दी जाती है।
पेंशनधारकों के लिए यह बेहद जरूरी है कि वे हर साल समय पर जीवन प्रमाण पत्र जमा करें, अपने बैंक खाते को चालू अवस्था में रखें और नियमित अंतराल पर पेंशन की राशि निकालते रहें। यदि किसी कारणवश पेंशन रुक भी जाए, तो निर्धारित प्रक्रिया पूरी कर वह राशि फिर से प्राप्त की जा सकती है।
इसके लिए बैंक या पेंशन कार्यालय में जाकर जीवित होने का प्रमाण देना होता है और पेंशन दोबारा शुरू करने के लिए आवेदन करना पड़ता है। सभी कागजातों की जांच के बाद पेंशन फिर से चालू हो जाती है और बकाया राशि भी ब्याज सहित मिल सकती है।