बसना क्षेत्र के हेमलाल सिदार का नायब तहसीलदार पद के लिए हुआ चयन
बसना। कड़ी संघर्ष, मेहनत और जिम्मेदारियों के बीच भी मंजिल हासिल की जा सकती है — इस बात को सच कर दिखाया है बसना क्षेत्र के ग्राम रेमड़ा निवासी हेमलाल सिदार ने। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) परीक्षा-2024 में उन्होंने 369वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार और पूरे क्षेत्र को गर्व से भर दिया है।
हेमलाल सिदार गरीब किसान परिवार से आते हैं। उनके पिता प्रेमसिंह सिदार किसान हैं और पिछले कुछ वर्षों से लकवाग्रस्त होने के कारण कार्य करने में असमर्थ हैं। ऐसे कठिन समय में हेमलाल ने खेती-किसानी के काम के साथ पढ़ाई जारी रखी. उन्हें 12वीं के बाद मजदूरी तक करनी पड़ी, लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई को कभी टूटने नहीं दिया।
उन्होंने कक्षा आठवीं तक की पढ़ाई अपने गांव रेमड़ा में पूरी की। इसके बाद 12वीं तक की शिक्षा शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बसना में प्राप्त की। उन्होंने स्नातक स्वर्गीय राजा वीरेंद्र बहादुर सिंह महाविद्यालय, सरायपाली से किया। इसके बाद उन्होंने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) बसना से COPA (कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट) ट्रेड में एक वर्षीय डिप्लोमा किया है.
साल 2018 से हेमलाल ने घर की आर्थिक स्थितियों और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बावजूद लगातार PSC की तैयारी की। पाँच बार मुख्य परीक्षा और तीन बार इंटरव्यू देने के बाद PSC-2024 में अंततः उनका चयन नायब तहसीलदार पद के लिए हुआ। इससे पहले उनका चयन लैब टेक्नीशियन पद के लिए भी हो चुका है। वर्तमान में वे हॉस्टल अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं।
हेमलाल अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दीदी, गुरुजनों और दोस्तों को देते हैं। उनका कहना है कि परिवार की परिस्थितियों और खेती-किसानी की जिम्मेदारियों ने उन्हें मेहनत, धैर्य और संघर्ष का महत्व सिखाया।
उनकी इस उपलब्धि पर क्षेत्रवासियों, शिक्षकों सहित जनप्रतिनिधियों ने बधाई दी है। महासमुंद सांसद रूपकुमारी चौधरी ने भी उन्हें विशेष रूप से शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
हेमलाल की यह सफलता बसना क्षेत्र के उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों के बावजूद बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस रखते हैं।