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ओडिशा में भव्य रूप से संपन्न हुआ पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम, डॉ. योगेश कुमार बढ़ाई एवं उनकी टीम ने दिया हरियाली और संरक्षण का संदेश

प्रकृति संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ओडिशा में एक व्यापक और प्रेरणादायक पर्यावरण अभियान का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन डॉ. योगेश कुमार बढ़ाई एवं उनकी टीम के नेतृत्व में किया गया, जिसमें “एक पेड़ माँ के नाम” तथा “एक आदमी एक वृक्ष, सुनहरा हो भविष्य” जैसे प्रभावशाली संदेशों को पूरे क्षेत्र में जन-जन तक पहुँचाया गया।

पौधरोपण और पर्यावरण यात्रा का आयोजन

कार्यक्रम के अंतर्गत एक विशेष “पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ यात्रा” निकाली गई। यात्रा ने कई प्रमुख स्थानों को कवर किया, जिनमें शामिल हैं— पाइक माल बस स्टैंड, नरसिंहनाथ परिसर, पंचु पांडव स्थल, एस.एस.एन. मेडिकल कॉलेज, नरसिंहनाथ इन सभी स्थलों पर टीम ने स्थानीय नागरिकों, छात्रों, व्यापारियों तथा पर्यावरण प्रेमियों से मुलाकात की।

पौधरोपण, पर्यावरण जागरूकता भाषण, स्लोगन प्रदर्शन, और हरियाली प्रतिज्ञा के माध्यम से लोगों को प्रकृति की रक्षा के लिए प्रेरित किया गया।

कार्यक्रम का मुख्य संदेश — “एक वर्ष में एक पौधा अवश्य लगाएँ” कार्यक्रम के दौरान डॉ. योगेश कुमार बढ़ाई ने कहा— “पेड़ ही हमारे भविष्य की असली निशानी हैं। यदि हर व्यक्ति वर्ष में सिर्फ एक पौधा लगाकर उसका संरक्षण करे, तो आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ हवा, शुद्ध जल और सुरक्षित पर्यावरण मिलेगा।”

उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि— एक पेड़ माँ के नाम लगाना, माँ के प्रति सम्मान और पृथ्वी के संरक्षण की दोहरी भावना को दर्शाता है। प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह केवल पौधा लगाकर न रुके, बल्कि उसकी देखरेख, सिंचाई और सुरक्षा का भी संकल्प ले। बढ़ते प्रदूषण, गर्मी एवं जल संकट से बचने का सबसे सरल और प्रभावी उपाय— वृक्षारोपण है।
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स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी

इस कार्यक्रम में स्थानीय ग्रामीणों, महिला समूहों, विद्यार्थियों, स्वच्छता दूतों और कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। लोगों ने पौधरोपण अभियान को उत्साह के साथ स्वीकार किया और अपने-अपने घरों और खेतों में पौधा लगाने का संकल्प लिया। नरसिंहनाथ क्षेत्र में छात्रों द्वारा पर्यावरण से जुड़े पोस्टर, स्लोगन और छोटी झांकी प्रदर्शित की गई, जिसने कार्यक्रम को और प्रभावी बना दिया। साथ ही, वरिष्ठ नागरिकों ने पौधों की सुरक्षा के लिए “पर्यावरण रक्षक दल” बनाने की सलाह भी दी।


अभियान के प्रमुख उद्देश्य
1. लोगों में वृक्षों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाना।
2. “एक व्यक्ति – एक वृक्ष” के सिद्धांत को जनांदोलन बनाना।
3. वर्षभर पौधे की सुरक्षा के महत्व को समझाना।
4. प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए नागरिकों को प्रतिज्ञाबद्ध करना।
5. आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और हराभरा पर्यावरण तैयार करना।
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जनजागरूकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार

डॉ. बढ़ाई एवं उनकी टीम ने पोस्टर, बैनर, घोषणाएँ, घर-घर संवाद, और स्थानीय युवाओं की मदद से पूरे अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार किया।  लोगों में यह संदेश विशेष रूप से लोकप्रिय रहा— “एक पेड़ माँ के नाम — यही है प्रकृति और मातृत्व का सच्चा सम्मान।”

कार्यक्रम रहा सफल और प्रेरणादायक

पूरे कार्यक्रम में उत्साह, जागरूकता और समुदाय का सहयोग देखने को मिला। पर्यावरण यात्रा के माध्यम से हजारों लोगों तक यह संदेश पहुँचा कि— “पेड़ लगाओ — भविष्य बचाओ, पर्यावरण अपनाओ — जीवन सजाओ।” कार्यक्रम पूर्णत: सफल रहा और क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम बना। कार्यक्रम मे विशेष सहयोग वन मंडल अधिकारी महासमुंद मयंक पांडेय, वन परिक्षेत्र अधिकारी पाइकमाल एच एन मिश्रा, वन परिक्षेत्र अधिकारी बसना एस आर निराला, वन परिक्षेत्र अधिकारी पिथौरा एस आर डडसेना का विशेष सहयोग रहा।


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