बसना : कुड़ेकेल नाला पुल निर्माण की निविदा प्रक्रिया शुरू, 11 दिसंबर का प्रस्तावित चक्का जाम स्थगित
सी. डी. बघेल। बसना।
कुड़ेकेल नाला में पुलिया निर्माण की मांग को लेकर ग्राम कुड़ेकेल व आसपास के ग्रामीण पिछले कई महीनों से लगातार आवाज बुलंद कर रहे थे। निर्माण कार्य प्रारंभ न होने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त था, जिसके चलते 11 दिसंबर 2025 को दोबारा चक्का जाम करने का फैसला लिया गया था। इसी संबंध में आज ग्रामवासियों की एक महत्वपूर्ण बैठक कुड़ेकेल में आयोजित हुई। मुख्य अभियंता से आधिकारिक पत्र प्राप्त होने के बाद 11 दिसंबर 2025 को आयोजित होने वाले चक्का जाम को स्थगित कर दिया गया है।
सरपंच भरतलाल डड़सेना ने बताया कि आगामी 11 दिसंबर 2025 को आयोजित होने वाले चक्का जाम को लेकर ग्राम कुड़ेकेल सहित आसपास के सात गांव के ग्रामीणों की बैठक कुड़ेकेल में आयोजित की गई थी। बैठक की जानकारी मिलते ही लोक निर्माण विभाग सेतु परिक्षेत्र रायपुर (छ.ग.) के मुख्य अभियंता कार्यालय ने आज 8 दिसंबर को सरपंच कुड़ेकेल को आधिकारिक पत्र प्रेषित कर पुल निर्माण से संबंधित निविदा प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई है। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि अड़ेकेल–कुड़ेकेल मार्ग पर प्रस्तावित पुल निर्माण हेतु प्रमुख अभियंता कार्यालय द्वारा निविदा आमंत्रित की जा चुकी है, जो 15 दिसंबर 2025 को आमंत्रित की गई है। इसके उपरांत 15 से 20 दिसंबर 2025 के मध्य निविदा प्राप्ति व परीक्षण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
इस प्रक्रिया के तुरंत बाद निर्माण कार्य प्रारंभ करने की दिशा में विभागीय कार्रवाई की जाएगी। मुख्य अभियंता द्वारा भेजे गए इस पत्र के उपरांत ग्रामीणों में संतोष देखा गया। पत्र की प्रति प्राप्त होने पर उसे बैठक में पढ़कर सुनाई गई । जिसके बाद कुड़ेकेल सहित क्षेत्र के सात से अधिक ग्रामों के प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से 11 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित चक्का जाम को स्थगित करने का निर्णय लिया। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी ग्रामीणों ने कुड़ेकेल नाला पुल निर्माण में हो रही देरी से नाराज होकर 15 नवंबर 2025 को एनएच 53 फोर लाइन पर चक्का जाम किया था और प्रशासन को चेतावनी देते हुए जल्द कार्य प्रारंभ करने की मांग उठाई थी। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में कुड़ेकेल नाला पार करना अत्यंत जोखिमपूर्ण हो जाता है, जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों, मरीजों तथा वाहनों को भारी परेशानी होती है। मुख्य अभियंता कार्यालय द्वारा निविदा प्रक्रिया की आधिकारिक पुष्टि मिलने के बाद अब ग्रामीणों को उम्मीद है कि लंबे समय से लंबित यह महत्वपूर्ण निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा और कुड़ेकेल नाला पार करने की समस्या का स्थायी समाधान मिलेगा। ग्रामीण प्रतिनिधियों ने विभाग के त्वरित संज्ञान पर संतोष व्यक्त किया है तथा चेतवनी भी दी गई है कि यदि निर्धारित समय-सीमा में कार्य शुरू नहीं होता, तो वे पुनः व्यापक आंदोलन करने पर बाध्य होंगे।