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रेलवे लाईन की मांग को शासन तक पहुँचाने के लिए रखी गई बैठक

सरायपाली. क्षेत्र को रेलवे लाईन से जोड़ने की मांग के लिए पुनरू मुहिम शुरू हो गई है. कल 3 नवंबर रविवार को नगर के झिलमिला स्थित रामचंडी भवन में राजनीति से परे उठकर नगर के समाजसेवा, व्यवसाय, पत्रकारिता सहित राजनीति से जुड़े प्रबुद्ध लोगों के द्वारा एक बैठक रखी गई एवं रेलवे लाईन की मांग को पुरजोर ढंग से रखने हेतु चर्चा की गई. बैठक में सरायपाली सहित ओडिशा के भी प्रबुद्धजन भी पहुँचे हुए थे.

क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग को पुरजोर ढंग से शासन स्तर तक पहुँचाने के लिए महासमुंद जिला के बसना, पिथौरा, सरायपाली सहित ओडिशा के सोहेला, बरगढ़ के जनप्रतिनिधि एवं विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने बैठक में उपस्थित होकर रेललाईन के लिए रूपरेखा बनाई और आज बरगढ़ के विधायक देवश आचार्य के समक्ष भी रेल लाईन की मांग रखी. साथ ही महासमुंद के सांसद चुन्नीलाल साहू एवं बरगढ़ के सांसद सुरेश पुजारी से भी मिलकर उन्हें इस मांग हेतु ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया.

सांसद हेतु बनाए गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि बागबाहरा से बरगढ़ रोड रेल लाइन के जुड़ जाने से महासमुंद जिला के बागबाहरा, पिथौरा, सांकरा, बसना, सरायपाली व सोहेला तथा बरगढ़ उड़ीसा के आम नागरिकों को व व्यापारियों को विकास के नए अवसर उपलब्ध हो सकेंगे. क्षेत्र का जहाँ औद्योगिक विकास होगा, वहीं शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति होगी.  संसाधनों के विकास के साथ-साथ जिले के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

पर्यटन की दृष्टि से विश्व धरोहर सिरपुर, बारनवापारा अभ्यारण से भी देश के लोग जुड़ सकेंगे. सन् 2011-12 में छत्तीसगढ़ विधानसभा में इस रेल लाइन को जोड़ने हेतु ध्वनिमत से प्रस्ताव भी पास हो चुका है. इस रेल लाइन की मांग सन्1962 से चल रही है, जिसमें सभी दलों के विधायक व सांसदों का सदैव समर्थन रहा है.

सन 2012 में इस रेल लाइन के लिए केंद्रीय रेल बजट में सर्वे के लिए प्रावधान किया गया था. अनेक संगठनों के लगातार मांग उपरांत छत्तीसगढ़ रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड के पत्र दिनांक 10 सितम्बर 2018 में इस रेल लाइन को तकनीकी रूप से संभव बताया गया है. अतरू बागबाहरा से बरगढ़ तक रेल लाईन बनने से रेलवे को भी व्यापारिक रूप से फायदा होगा.




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