अब तक नहीं मिली भँवरपुर, पिरदा के जिला सहकारी बैंक अंतर्गत सहकारी समितियो के हजारों किसानों को फसल ऋण
किसानों को ब्याज मुक्त फसल ऋण उपलब्ध कराने एंव उन्हें खेती बाड़ी के माध्यम से स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य के साथ गठित (सोसायटी) सहकारी समिति अपने मूल उद्देश्य पर खरा नहीं उतर पा रही है ।जो ऋण किसानों को -मई- जून में मिल जाना चाहिए था ओ अब तक नही मिल पाने से किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।लगभग सैकड़ों किसान ऋण लेने के लिए बैंकों की ओर नजर जमाये हुये इंतजार कर है।
जिला सहकारी बैंक द्वारा किसानों को ऋण नही देने से किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रबन्धन द्वारा किसानों को यह भी नहीं बताया जा रहा है कि कब तक उन्हें ऋण मिल सकेगा ! किसान अब तक ना तो खेतों की सही ढंग से जुताई कर पाए हैं और पैसे के अभाव में खेतों की अच्छी तरह से मरम्मत तैयारी भी नहीं नहीं हुई है ।हालांकि कई किसान समिति के माध्यम से खाद बीज का उठाव कर चुके हैं।
किसान अपनी सारी ऊपज समर्थन मूल्य पर बेज देता है वही किसान फुल लिमिट लोन लेता है और अपने जीवन का पालन भी सरकारी संस्था से मिलने वाली सुविधा के अनुसार व्यवस्थित करता है।
लेकिन इस बार हुए लेटलतीफी ने किसानों को साहूकारों से कर्ज लेने पर मजबूर कर दिया है क्योंकि छोटे व बड़े किसान ऋण पटाने के लिए फसल भेजते हैं और अप्रैल-मई में लोन लेकर अपने अन्य जरूरत की चीजों को पूरा करते हैं
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