news-details

बारिश में तिरपाल लगाकर किया जाता है दाह संस्कार,मुक्तिधाम में कई सालों से शेड बनाने की मांग की जा रही

बंसुला,बसना।यहां परिजनों को मुखाग्नि (Funeral) देने में भी करनी मशक्कत करनी पड़ती है, जबकि सरकार जगह जगह सुविधा युक्त छत युक्त मुक्तिधाम बनवा रही है।
हिन्दुओं में मौत होने के बाद आत्मा की शांति के लिए मृत शरीर को मुखाग्नि दी जाती है। सरकार परिजनों और मुखाग्नि के प्रक्रिया को सही तरीके से संभव करने के लिए छत युक्त मुक्तिधाम भी बनवा रखे हैं। लेकिन छग प्रदेश के इस इलाके में जीवन ख़त्म होने के बाद भी न मृत की आत्मा को सुकून नहीं मिल पा रहा है। दरअसल छत्तीसगढ़ के कुछ स्थानों के मुक्तिधाम की स्थिति बद से बत्तर हो गई हैं।

प्रदेश का एक स्थान ऐसा भी है जहा बारिश के दिनों अगर किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसे मुक्तिधाम में तिरपाल लगा कर मुखाग्नि दी जाती है। ऐसा ही मामला देखने को मिला बसना विखं मुख्यालय से01 किमी के नजदीक ग्राम पंचायत बंसुला में बंसुला डीपा के मुक्तिधाम में जहां की छत माँ निर्माण कई दशकों से किसी सरपंच ने अपने कार्यकाल में करने की नही सोची । इसके चलते बारिश के मौसम में यहां अंतिम संस्कार करना काफी मुश्किल भरा होता है। गौरतलब है कि ग्राम के बुजुर्ग बिरु साहू की आकस्मिक मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के लिए इस मुक्तिधाम में लाया गया।

जहां छत नहीं होने के कारण परिजनों ने तिरपाल के सहारे मुखाग्नि दी। एक ओर जहां मुक्तिधाम लोगों की सुविधा के लिए बनाए गए है ताकि वे अपने परिजनो का अंतिम संस्कार सही ढंग से कर पाए। तो दूसरी तरफ बंसुला के बंसुला डीपा का मुक्तिधाम लोगों के लिए समस्या बन चुका है लेकिन जनप्रतिनिधियों को इसकी जरा सी भी चिंता नहीं है।

जहां ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र के पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा मुक्तिधाम में शेड इत्यादि निर्माण के लिए हामी भरी पर आश्वाशन के शिवाय उन्हें आज 2020 सन तक कुछ नही मिला, इसके चलते यहां के निवासी नदी किनारे खुले आसमान के निचे अंतिम संस्कार मजबूरी में करते है।


दिनभर झड़ी के बीच में त्रिपाल लगाकर चीता को मखाग्नि दी,नवनिर्वाचित सरपंच रजनी जन्मजय से निवेदन है कि मुक्तिधाम में शेड निर्माण करे क्योंकि वहां बरसात के उन दिनों अंतिम सन्सकार में तकलीफों का सामना करना पड़ता है
विकास साहू बंसुला डीपा ग्रामीण

घोषणा पत्र में मुक्तिधाम में शेड निर्माण सहित बाउंड्रीवाल बनाकर अतिक्रमण कारियोंसे मुक्तिधाम को बचाने का योजना बनाये हैं कुछ दिनों बाद इस कार्य के लिए स्वीकृति कराउंगा
~श्रीमती रजनी जन्मजय साव
सरपंच बंसुला





अन्य सम्बंधित खबरें