योगा कर टेन्शन फ्री हुए क्वारंटीन वाले, खट्टी चीजों का सेवन कर होंगे नशा मुक्त
पिछले तीन दिनों में पिथौरा, बसना और बागबाहरा में लगी बीस कक्षाओं में
कोरोना के संदिग्ध मरीजों ने नशा एवं तनाव मुक्त रहने के लिए मौके पर
अभ्यास कर सीखी बारीकियाँ
महासमुंद 17 जून 2020/ कोरोना वायरस के
संक्रामक और कठिन दौर में बीत रही समयावधि में भी जिले के कोरोना संदिग्ध
मरीजों में सब्र का बांध टूटने न पाए, इसके लिए राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण
कार्यक्रम और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम दोनों एक-जुट होकर
तंबाकू नशा का त्याग कराने के साथ-साथ तनाव मुक्त रहने व रखने के लिए योगा
एवं प्राणायाम इत्यादि की विधियां बतला कर दोहरा अभ्यास करने की पहल कर रहे
हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशन एवं मुख्य
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसपी वारे के मार्गदर्शन में जिला
तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल द्वारा विगत तीन दिवसों में विकासखण्ड पिथौरा,
बसना और सरायपाली के 20 क्वारंटीन केंद्रों में प्रेरणादायी जागरूकता
कार्यशालाएं आयोजित की गईं।
यादगार पल वो रहा जब योग प्रशिक्षक श्री देव
कुमार डडसेना ने क्वारंटीन की अवधि काट रहे कोरोना के संदिग्ध मरीजों को
भ्रामरी और अनुलोम-विलोम प्राणायाम के गुण सिखाए और जिला तंबाकू नशा-मुक्ति
केंद्र दल के सामाजिक कार्यकर्ता असीम श्रीवास्तव ने उसे मोबाइल फोन के
कैमरे में कैद कर लिया। नजीदीकी चिकित्सकीय अमला भी दैनिक निगरानी और
पूछ-परख करते हुए हौसला अफजाई कर रहा है। इस दौरान 10 की संख्या में ऐसे
क्वारंटीन केंद्र मिले, जहां लगभग 12 से अधिक लोगों ने तंबाकू व अन्य नशे
के आदी होने की बात स्वीकार की। ऐसे में जिला तंबाकू नशा-मुक्ति केंद्र दल
द्वारा उनके विड्रोल सिमट्म्स दूर करने के लिए पंचायत विभाग की मदद से
हरी-सब्जियां सहित नींबू और मिर्च इत्यादि की तत्काल व्यवस्था कर तलब लगने
पर इनके सेवन से मिलने वाली मदद के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस
दौरान लगभग चार सौ से अधिक कोरोना संदिग्ध मरीजों ने संक्रमण सुरक्षा एवं
तंबाकू नशा उन्मूलन के गुण सीखे। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं पंचायत विभाग के
अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।