बसना एवं पिथौरा जनपद पंचायत के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली
महासमुंद 24 जून 2020/ कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने कल जनपद पंचायत
पिथौरा एवं जनपद पंचायत बसना के कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण कर
अधिकारी-कर्मचारियों, उप-अभियंता, नरेगा के तकनीकी सहायकों की संयुक्त बैठक
लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि शासकीय भूमि पर किसी
अन्य का अधिकार नहीं हैं। शासकीय भूमि पर शासकीय उपयोग के लिए निर्माण
कार्य ही कराए जा सकते हैं। यदि कही शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हो रहा है, तो
उसे हटाने की कार्रवाई की जाए और उस जमीन पर घेरा कराएं।
उन्होंने कहा कि
सी.सी. रोड का निर्माण बिना नाली के बिना प्रस्ताव ना भेंजे और ना ही
स्वीकृत करें। सी.सी रोड का निर्माण केवल आबादी वाले स्थलों पर ही बनाएं।
शासकीय घास मद की भूमि पर सी.सी रोड के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी। इंजीनियर
साईड सलेक्शन ठीक तरह से करें, जिससे कि कम लागत पर अच्छा निर्माण कार्य
हो सकें। किसी भी निर्माणस्थल पर सूचना पटल अनिवार्य रूप से प्रदर्शित
करें। शासकीय भूमि पर निर्माण कार्य के लिए अनुमति लेना आवश्यक हैं। शासकीय
स्कूल, छात्रावास, आॅगनबाड़ी केन्द्र, चिकित्सालय, शासकीय भवन या काॅलोनी
में बाॅण्ड्री वाॅल बनाने के लिए राजस्व विभाग से अनुमति लेने की जरूरत
नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि कहीं पर भी भवन बनाया जा रहा है, तो वहां
हवा के लिए पर्याप्त मात्रा में वेंटीलेटर, बरामदा के लिए जगह अनिवार्य रूप
से रखें। खिड़कियों पर एल्युमिनियम की मच्छरदानी अनिवार्य रूप से लगाएं।
निर्माण कार्यों पर गुणवत्ता बनाए रखें। भवन निर्माण के दौरान भू जलस्त्रोत
को बनाए रखने के लिए भी आवश्यक सावधानीं बरतें। तालाबों में अनावश्यक पचरी
के लिए प्रस्ताव ना भेंजे और ग्रामीण क्षेत्रों में बिना जरूरत के लिए
सामुदायिक भवन बनाने का प्रस्ताव ना भेंजे। एक तालाब पर निस्तारी के लिए दो
पचरी पर्याप्त हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् हितग्राहियों के लिए
बनाए जा रहें मकान आबादी वाले स्थलों पर ही बनाएं। मनरेगा के तहत्
प्लाॅन्टेशन कराने पर करंज, नीम, बबूल सहित अन्य औषधीय पौधें लगाएं और वहां
पर फैेन्सिंग कराएं। बैठक के दौरान उन्होंने निर्धारित समय-सीमा में
कार्यों का मूल्यांकन करने को कहा। हितग्राहियों एवं निर्माण एजेंसियों को
भुगतान संभवतः आर.टी.जी.एस. से करने को कहा। जनपद पंचायत के निरीक्षण के
दौरान उन्होंने कैश बुक, उपस्थिति पंजी, मूल्यांकन पंजी सहित अन्य फाईलों
का बारिकी से निरीक्षण किया तथा अपूर्ण कार्यों को समय पर पूरा करने के
निर्देश दिए।