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धान उठाव में लापरवाही पड़ रही प्रभारियों पर भारी, सड़ रहे है धान कौन करेगा भरपाई ?

बसना विकासखंड अंतर्गत उड़ेला के धान उपार्जन केंद्र में धान बारिश में भीगने के कारण सड़ चुका है. खरीदी केंद्र प्रभारी बसंत नाग से मिली जानकारी के अनुसार समय पर धान का उठाव नहीं होने के कारण समिति को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. लगभग 4 हजार बोरी धान खराब हो चुका है और कूल 9 हजार बोरी धान जाम है.

बताया गया कि धान खरीदी केन्द्रों में लिमिट से कई गुना ज्यादा धान रखा गया गया था और समय मे उठाव नही किया गया, ऐसे में उड़ेला धान खरीदी प्रभारी ने बताया कि भंवरपुर सहित पिरदा, चनाट के केंद्रों में भी धान पड़ा हुआ है.

बताया गया कि समितियों से एग्रीमेंट करवाया गया था कि डीओ कटने के 72 घण्ठे में धान उठाई किया जाएगा लेकिन धान खरीदी पूरा होने के 3 माह बाद भी धान का उठाव नही किया गया है.

बताया गया कि नुकसान की भरपाई कर पाना संभव नहीं है. ऐसे में साफ है कि सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से समिति कर्मचारियों की मुसीबत बढ़ गई है. और लगातार हो रही बारिश से नुकसान बढ़ता जा रहा है.

बताया गया कि डीओ कटने के बाद कई माह बीत गया. लेकिन धान उठाई का कार्य अभी तक नही किया जा रहा है. कई धान केंद्रों में धान जाम है हालाकि त्रिपाल के सहारे धान को भीगने से बचाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन भारी बरसात के कारण पानी कही ना कही से धान तक पहुँच ही रहे है जिसके कारण धान में अंकुरण आना भी शुरू हो गया है. बहरहाल जब तक इन केन्द्रों से धान का उठाव नहीं किया जाता है तब तक यह परेशानी बनी रहेगी.





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