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महासमुंद : जिले में विभिन्न प्रजातियों के 16 लाख 31 हजार 114 पौधे रोप जाएंगे

जिले में 06 जुलाई, 11 जुलाई और 20 जुलाई को होगा तीन चरणों में पौधरोपण

हरियर छत्तीसगढ़ के अंतर्गत महासमुंद जिले में इस वर्ष वृहद पैमाने पर विभिन्न प्रकार के 16 लाख 31 हजार 114 पौधे का रोपण करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य मंत्री  भूपेश बघेल के मंशानुरूप जिले में वृहद पौधारोपण करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिले में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से  पौधा रोपण तीन चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में शासकीय भवन स्कूल, आश्रम-छात्रावास में 06 जुलाई को प्रारंभ होगा। जिसमें जिले के छात्रावास आंगनबाड़ी स्वास्थ्य केन्द्र के परिसर पर मुनगा तिहार कार्यक्रम के अंतर्गत कम से कम 5 मुनगा के पौधे लगाए जाएंगे। दूसरा चरण 11 जुलाई को शुरू होगा, जिसमें फलदार पौधे एवं सब्जी बीज छिड़काव किया जाएगा। अभियान का तीसरा चरण 20 जुलाई हरेली तिहार के दिन पौधारोपण किया जाएगा, जिसमें जिले के गोठान, चारागाह स्थलों में छायादार और फलदार पौधे रोपण किए जाएंगे। कलेक्टर  कार्तिकेया गोयल ने विगत दिवस वृहद पौधारोपण की तैयारी के संबंध में विस्तृत समीक्षा करते हुए अलग-अलग विभागों को दायित्व दिए हैं। उन्होंने कहा है कि महासमुन्द जिले में 74 विभिन्न प्रजातियों के पौधे वन विभाग की नर्सरी में तैयार कर लिए है। इसके अलावा उद्यानिकी विभाग के नर्सरी में भी पौधे तैयार है। पौधा रोपण अभियान जिले में एक साथ किया जाएगा।

वनमण्डलाधिकारी  मयंक पाण्डेय ने बताया कि वन मण्डल महासमुंद द्वारा जिले में वृहद पौध रोपण वर्षा ऋतु 2020 के अंतर्गत शासन के मंशा के अनुरूप इस वर्षा ऋतु में सभी योजनाओं में 16 लाख 31 हजार 114 पौधे का रोपण तथा निःशुल्क वितरण किया जाएगा। राजकीय भूमि जैसे थाना, अस्पताल, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन, स्कूल, कॉलेज, आश्रम-छात्रावास तथा सरकारी विभागों के कार्यालय परिसर पर लगभग 1 लाख 75 हजार पौधे लगाया जाएगा। इसी प्रकार सीड बॉल रोपण के अंतर्गत सीड बॉल तैयार कर उनका फैलाव वनक्षेत्र में करवाया जाएगा। मनरेगा से पौधे तैयार कर निःशुल्क पौधा वितरण योजना के अंतर्गत निःशुल्क पौधे बांटे जा रहे है, साथ ही महासमुन्द शहर में घर पहुँच सेवा के द्वारा निःशुल्क पौधा वितरण प्रारंभ किया गया है। वर्तमान में महासमुंद वनमण्डल के नर्सरी में 74 प्रजातियों के 2 लाख 80 हजार पौधे उपलब्ध है। नर्सरी में महुआ, ईमली, करंज, अर्जुन, नीम, शीशम, जामुन, बहेड़ा, मुनगा, शिशु सिरस, अमरूद, खम्हार, कुसुम, नीलगिरी, गुलमोहर, बेल, खैर, कटहल, कचनार, सीताफल इत्यादि प्रजातियों के पौधे  हैं।




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