राज्य शासन द्वारा संचालित जाति एवं निवास प्रमाण-पत्र की घर पहुंच सेवा को लोगों ने सराहा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर सामान्य प्रशासन विभाग ने जाति और
निवास प्रमाण पत्र के वितरण को सरलीकरण करते हुए प्रमाण पत्र को आवेदकों के
घर पहुंच सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किया गया था। इसके परिपालन
में कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने इस आदेश पर शीघ्र कार्रवाई करते हुए
जिले के समस्त तहसीलों में इस सुविधा को लागू करने के निर्देश संबंधित
विभाग को दिए। लोक सेवा केन्द्र तहसील महासमुंद के आॅपरेटरों द्वारा जब
आवेदकों को शासन के इस सुविधा के बारें में बताया गया तो लोगों ने इसे बहुत
पसंद किया तथा कहा कि इससे उनके समय व खर्च की बचत होगी। बार-बार आवेदकों
को तहसील नहीं आना होगा तथा प्रमाण पत्र उन्हें घर बैठे बैठे ही मिल जाएगा।
ई-डिस्ट्रीक्ट मैनेजर भूपेन्द्र अंबिलकर ने बताया कि इसके तहत
लोक सेवा केन्द्र तहसील कार्यालय महासमुंद द्वारा ग्राम खैरा निवासी आवेदक
श्री तुकाराम चन्द्राकर ने 27 जून 2020 को आवेदन किया था तथा उनके प्रमाण
पत्र जारी होने के पश्चात 06 जुलाई 2020 को उनके प्रमाण पत्र को घर पहुंच
सेवा के लिए डाक विभाग से रजिस्ट्री करवाया गया । शीघ्र ही उन्हें यह
प्रमाण-पत्र उनके घर में डाक के माध्यम से मिल जाएगा। इसी प्रकार अन्य
आवेदकों को भी प्रमाण-पत्र जारी होने के पश्चात उनके द्वारा दिए गए घर के
पते पर प्रमाण-पत्र रजिस्ट्री कराई गई हैं। लोक सेवा केन्द्र तहसील के
आपरेटरों द्वारा सभी को शासन की महत्वाकांक्षी सहुलियत के बारे में बताया
जा रहा है तथा जो आवेदक इस का लाभ लेना चाह रहे है, उन्हें आवेदन शुल्क के
अतिरिक्त डाक रजिस्ट्री शुल्क लेकर उसकी पावती दी जा रही है। डाक रजिस्ट्री
होते ही उन्हें मोबाइल में भी सूचना दी जा रही है। विद्यार्थियांे एवं
आमजनों ने इस तरह की सहुलियत के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री को धन्यवाद दे
रहें हैं।