जिले के सभी स्कूल, आश्रम-छात्रावास एवं आंगनबाड़ियों में मुनगा के पौधे का किया गया रोपण
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशा के अनुरूप जिले में जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में वृक्षारोपण के प्रथम चरण में आज 06 जुलाई को महासमुंद जिले के स्कूल, काॅलेज, आश्रम, छात्रावास आंगनबाड़ी स्वास्थ्य केन्द्र, शासकीय भवनों के परिसर पर मुनगा तिहार कार्यक्रम के अंतर्गत 05-05 मुनगे के पौधंे का रोपण किया गया। वन विभाग द्वारा इन सभी स्थलों के लिए निःशुल्क मुनगा के पौधे की व्यवस्था की गई थी। राज्य शासन द्वारा प्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने की परिकल्पनाओं को साकार करते हुए पौधा रोपण के प्रथम चरण में प्रोटीन, विटामिन और आयरन के मुख्य स्त्रोत मुनगें के पौधे रोपित किए गए।
मुनगा
तिहार कार्यक्रम के अंतर्गत महासमुंद विधायक श्री विनोद चन्द्राकर ने जिला
मुख्यालय स्थित वृद्धाश्रम एवं तुमगांव के शासकीय स्कूल में मुनगा पौधें
का रोपण किया और नागरिकांे को निःशुल्क में वितरित किया।
उन्होंने कहा कि पौध रोपण के साथ-साथ यह आवश्यक है कि पौध संरक्षण पर भी ध्यान दिया जाए। भावी पीढ़ी को सुरक्षित रखने के लिए हम सभी लोगों को अधिक से अधिक पौधे लगाने व पौध संरक्षण करना जरूरी हैं। पौधा मानव समाज सहित जीव-जंतुओं के लिए भी आवश्यक हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए आज के समय में पौध रोपण संरक्षण आवश्यक हैं।
वनमंडलाधिकारी मयंक पाण्डेय ने बताया कि जिले
में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से पौधा रोपण तीन चरणों में
किया जाएगा। जिसके तहत् प्रथम चरण में शासकीय भवन स्कूल, आश्रम-छात्रावास
में आज जिले के एक हजार 137 आॅगनबाड़ियों में 05 हजार 535 मुनगे, एक हजार
177 स्कूलों में 05 हजार 885 मुनगे तथा 94 छा़त्रावासों में 470 मुनगे के
पौधें का रोपण जनप्रतिनिधियों, शासकीय अधिकारी- कर्मचारियों एवं गणमान्य
नागरिकों द्वारा किया गया।
इसके अलावा दूसरा चरण 11 जुलाई को शुरू होगा,
जिसमें फलदार पौधे एवं सब्जी बीज छिड़काव किया जाएगा तथा अभियान का तीसरे
चरण में 20 जुलाई को हरेली तिहार के दिन पौधारोपण किया जाएगा, जिसमें जिले
के गोठान, चारागाह स्थलों में छायादार और फलदार पौधे रोपण किए जाएंगे।
जिले
के स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्रों और छात्रावास-आश्रमों में इसके रोपण से
मुनगा आसानी से उपलब्ध होगी। इन संस्थाओं में पढ़ने वाले बच्चों को और
आंगनबाड़ी केन्द्र की हितग्राही महिलाओं को भी इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा
परिसर में हरियाली सहित पर्यावरण के संरक्षण तथा संवर्धन को भी बढ़ावा
मिलेगा।
आयुर्वेद में मुनगा को पौष्टिकता से भरपूर महत्वपूर्ण सब्जी बतलाया
गया है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने तथा विभिन्न प्रकार की
बीमारियों से लड़ने में मददगार साबित होता है। मुनगा मल्टी विटामिन से भरपूर
होता है। इसकी पत्तियों में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन बी-6, विटामिन सी,
विटामिन ए, विटामिन ई पाया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इसमें आयरन,
मैगनिशियम, पोटेशियम और जिंक जैसे मिनरल भी पाए जाते हैं। बच्चों में
कुपोषण दूर करने में अति प्रभावशाली तथा खून की कमी को दूर करने में इसकी
महत्वपूर्ण भूमिका होती है।