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बुजुर्ग लक्ष्मी बोली ‘‘पे सखी‘‘ वृंदावती लक्ष्मी बन कर आयी और लक्ष्मी देकर चली गयी ‘‘पे सखी‘ कर रही घर-घर जाकर बुजुर्गो की पेंशन एवं अन्य राशि का नकद भुगतान

महासमुंद जिले के बसना ब्लाक के ग्राम पंचायत बरडीह की 64 वर्षीय बुजुर्ग लक्ष्मी भोई के लिए पे सखी वृंदावती भोई लक्ष्मी बन कर आयी और उन्हें पेंशन की जरूरत की राशि घर पहुंच कर दी । बतातें कि वृद्ध लक्ष्मी भोई विगत लगभग दो वर्षो से गंभीर बीमारी से ग्रस्त है। बताया गया कि वे पिछले छह माह से अपनी चारपायी से नहीं उठ पायी है। खाना-पीना भी वे चारपायी पर ही करती है। उन्हें अपनी इलाज और दवाई के लिए पेंशन राशि की जरूरत थी । वृद्धापेंशन की जरूरत राशि के लिए बैंक तो जाना दूर था । जब यह बात पे सखी वृंदावती को पता चली तो वे उनके घर पहुंची और उन्हें पेंशन की नकद राशि उपलब्ध करायी है। लक्ष्मी भोई ने इसारे में कहा कि पे सखी वृंदावती लक्ष्मी बनकर आयी और मुझे लक्ष्मी देकर चली गई । अब में अपनी जरूरत की दवाई मंगवा सकूंगी । उनका बेटा-बहू मां के खाना-पीना एवं अन्य कार्य की देखभाल करते है ।

​मालूम हो कि जिले खासकर ग्रामीण जहां बैंक नहीं है या दूरी पर् स्थित है। जहां बुजुर्ग या अन्य व्यक्ति अपनी जरूरत की राशि लेने नहीं जा पाते है । उनके लिए जिला पंचायत विभाग द्वारा स्वसहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया । पंचायत से जुड़ी बिहान समूह की महिलाएं लोगों को घर बैठे पेंशन राशि जैसी सुविधा दे रही है। हाल ही में जिले की 84 गौठानों में भी सप्ताह में एक दिन वी.एल.ई. सेवा दे रहे है। जहां वे सरकारी योजनाओं के हितग्राहियों की राशियों गौठानों में डिजी पे (वी.एल.ई.) के माध्यम से बैंक खाता धारक अपनी जरूरत की रशि प्राप्त कर रहे है। डिजी पें ओर ग्राम स्तरीय उद्यमि (वीएलए) गौठानेां में गो न्याया योजना, पेंष्नधानी बुजुर्ग, मनरेगा, जनधन किसान सम्मानिधि, अनुदान एवं अन्य राशि के भुगतान की बैंक सुविधाए गौठानों में उपलब्ध हो रही है। ताकि लोगों को राशि आहरण हेतु बैकों तक नहीं जाना पडें ।




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