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गंभीर मरीजों का जीवनरक्षक उपचार जिले के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में किया जा रहा है निःशुल्क, चिकित्सकों ने बताया कि समय रहते उपचार लेने से कोविड-19 की बीमारी ठीक हो जाती है

कोविड-19 की महामारी के दौर में आम जनता के मन में यह शंका होना लाजमी है कि इसकी जांच कराने पर यदि पॉजिटिव आ गए तब क्या होगा। अस्पताल के अलावा कोई विकल्प है क्या। इस भय से कई लोग जांच कराने से कतराते हैं तो कुछ जांच कराने के बाद संपर्क तोड़ कर जानकारी छिपाने जैसे प्रयास करने लगते हैं और अपने मोबाइल तक बंद कर लेते हैं, जो कि बिल्कुल भी सही नही है। यहां समझना जरूरी है कि जब सरकार हर संभावित, लक्षण रहित और लक्षण वाले मरीजों के लिए जांच से लेकर उपचार तक सारी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है तो इस तरह के असहयोग से आप न केवल अपनी बल्कि अपने परिजनों की जान भी जोखिम में डाल देते हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार यह जागरूकता के साथ मानी जाने वाली सिलसिलेवार प्रक्रिया है। सर्दी, खांसी, बुखार या कोविड-19 से संक्रमित होने की आशंका होने पर शहरी क्षेत्र में रहने वाले जिला मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासी अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर निशुल्क चिकित्सा सेवाओं का लाभ आसानी से ले सकते हैं। इसमें रैपिड एंटीजेन और ट्रू-नाॅट पद्धति जैसी त्वरित जांच प्रणाली में परिणाम जल्द मिल जाते हैं और यदि आरटीपीसीआर जांच हुई है तो जांच कराने के दो से तीन दिन के भीतर ही रिजल्ट आ जाता है। यदि कोई व्यक्ति कोविड पाॅजिटिव आ भी गया, तब भी उसे घबराने की जरूरत नहीं है। अगर उसमें कोविड-19 के कोई लक्षण नही हैं तो उसे विकल्प दिया जाएगा कि अपने घर पर ही रहकर चिकित्सक की देख-रेख में उपचार करा ले या कोविड केयर सेंटर में भर्ती हो जाए। उसी समय कोरोना पाॅजिटिव मरीज को होम आइसोलेशन का प्रपत्र और फोन पर लिंक दिया जाएगा। जिसमें बहुत सरल सी जानकारी देनी रहती है। उसे भर कर ऑनलाइन जमा करना होगा या आप व्हाट्सएप भी कर सकते हैं। यदि व्यक्ति को प्रपत्र भरने में परेशानी हो तो होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 82693-79405 पर काॅल कर फिर से पूछ कर दोबारा समझ सकते हैं।

ध्यान देने योग्य बात यह है कि यदि मरीज के घर में उसे रखने के लिए पृथक से कमरा एवं शौचालय है और प्रपत्र में दी जाने वाली साधारण जानकारियां भरी हैं तो संबंधित सरकारी अधिकारी सर्वेक्षण कर आपको होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दे देते हैं। इसके साथ ही होम आइसोलेशन एप और व्हाट्सऐप ग्रुप से भी आपके नंबर को जोड़ दिया जाता है। जिससे सरकारी और निजी चिकित्सक मरीजों से निरंतर जुड़े रहते हैं। महासमुंद जिला प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था के तहत होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम बनाया गया है जो 24 घंटे सातों दिन काम कर रहा है। यहां से होम आइसोलेशन के मरीजों से समय-समय पर बात-चीत कर उनकी तबीयत पूछी जाती है। यहां स्वास्थ्य विभाग के सलाहकार द्वारा भी मरीजों से बात कर उनकी समस्याएं सुनी जाती हैं। रात के समय या किसी भी समय यदि मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो एम्बुलेंस भिजवा कर मरीज को अस्पताल भर्ती किया जाता है। कोविड मरीजों के लिए आपात कालीन लैंड लाइन नंबर भी हैं - 07723-222100, 222101 इस नम्बर पर कभी भी-किसी भी समय फोन कर सहायता ली जा सकती है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे द्वारा अपील भी की गई है कि जिन व्यक्तियों ने अपने कोरोना पाॅजिटिव होने की बात छुपाई है या स्वास्थ्य लाभ लेने से आनावश्यक घबरा रहे हैं, वे बिना किसी संकोच आगे आएं, परामर्श लें, अपना उपचार करावाएं और अपने परिजनों को भी इस महामारी से बचाएं। चिकित्सकों का मानना है और यह साबित भी हो गया है कि समय पर उपचार करवाने से मरीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं।

जांच कराते ही ले सकते हैं होम आइसोलेशन

डिस्ट्रिक्ट सर्विलेन्स ऑफिसर डाॅ. छत्रपाल चंद्राकर ने बताया कि जांच कराने वाले दिन से ही आप 17 दिनों के लिए होम आइसोलेशन पर जा सकते हैं। इसे ऐसे उदाहरण से समझा जा सकता है कि यदि 01 सितंबर 2020 को आप जांच करा कर होम आइसोलेट हुए और दो दिन बाद मतलब 03 सितंबर को आपकी रिपोर्ट आई तो आपको 03 सितंबर से आगे 15 दिन यानी 17 सितंबर 2020 तक होम आइसोलेशन पर रहना होगा। इस बीच आप कन्ट्रोल रूम में अपने स्वास्थ्य की दैनिक रिपोर्ट देते रहेंगे और सदी, खांसी या बुखार जैसे किसी भी तरह के लक्षण न पाए जाने पर चिकित्सकों की सहमति से आप होम आइसोलेशन से मुक्त हो जाएंगे। किन्तु यदि लक्षण महसूस हों तब दोबारा जांच करवानी होगी और आगे क्या करना है इस बारे में जानकारी होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम द्वारा दी जाएगी।

कोविड केयर सेन्टर्स में भी जल्द ठीक हो रहे मरीज

क्रिटिकल कोविड केयर सेन्टर के प्रभारी अधिकारी डाॅ. आई. नागेश्वर राव के मुताबिक उनके यहां शुरूआत से लेकर आज बुधवार 16 सितंबर को शाम 04 बजे तक कुल 659 मरीज भर्ती हुए और डिस्चार्ज होने वालों की संख्या 509 रही। वर्तमान में केवल 150 एक्टिव मरीज हैं, इनके भी जल्द स्वास्थ होने के आसार नजर आ रहे हैं। अतः स्पष्ट है कि चाहे आप होम आइसोलेशन में जाएंया कोविड केयर सेन्टर में भर्ती हों, समय रहते उचित उपचार जल्द स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए आवश्यक है।े






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