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जांच में सैकड़ो बोरी खाद की शार्टेज, उड़ेला सहकारी समिति में खाद वितरण में गड़बड़ी का उजागर.

उडेला सहकारी समिति से 500 बोरी खाद गायब, पूरे खरीब सीजन निजी दुकानों पर रही लूट

बसना विकासखंड अन्तर्गत जिला सहकारी बैंक मर्यादित शाखा भंवरपुर के सहकारी समिति उडेला में वर्ष भर समय पर खाद उपलब्ध नही होने से किसान परिशान रहे और अधिक कीमत पर निजी दुकानों से खरीद कर उपयोग किया. लेकिन उडेला सहकारी समिति के द्वारा 500 बोरी खाद गायब कर अधिक कीमत पर बेचकर मुनाफा कमाया.

जिला सहकारी बैंक मर्यादित शाखा भंवरपुर अंतर्गत ग्रामीण सहकारी समिति उडेला में खरीब फसल सीजन 2020-21 में जहां क्षेत्र के किसानों को खाद की किल्लत रही जिससे क्षेत्र किसानो ने निजी खाद दुकानदारों से 267 रुपये में मिलने वाली यूरिया को 400 से 430 तक के ज्यादा कीमत पर खरीदा, ऐसा ही हाल अन्य खादों की भी रही लेकिन वही पूरे सीजन कोरोना के कारण लॉक डाउन और आर्थिक तंगी की मार झेल रहे किसानों को समिति से दी जाने वाली खाद के वितरण में उडेला समिति ने गड़बड़ी की है.

इसकी शिकायत उप पंजीयक महासमुंद से की गई थी. शिकायत पर गौरीशंकर शर्मा उप पंजीयक महासमुंद के निर्देश में मनोज नायक कोऑपरेटिव फूड इंपेक्टर और जीडी पटेल पर्यवेक्षक जिला सहकारी बैंक शाखा भंवरपुर ने ग्रामीण सेवा सहकारी समिति उड़ेला पहुंचकर जाँच किया जहाँ से बड़ा फर्जीवाड़ा निकलकर सामने आया है.

समिति में शासन द्वारा दी जाने वाली खाद में 500 बोरी शार्टेज मिला है. प्रशासन द्वारा खाद व स्टॉक के मिलान के लिए बनाई गई टीम की जांच रिपोर्ट में यह सच्चाई सामने आयी है. और खरीफ सीजन के खाद को खुले बाजार में बेच डाला है. जिसके बाद जिला सहकारी बैंक ने उडेला समिति के प्रबंधक बसंतलाल नाग और सहायक समिति प्रबंधक शिवलाल नायक के नाम पर रिकवरी नोटिस भेजकर अल्टीमेटम जारी किया है. और समिति में हुई इस गड़बड़ी के लिए जवाब बनाकर भेजने के लिए भी आदेश दिया है.

बताया गया की खरीफ सीजन की खाद और साथ ही उनका परमिट भी गड़बड़ किया गया. साथ ही किसानों ने फसल बीमा में करोंडों रुपए गबन का आरोप लगाया है. आजकल ऑनलाइन सिस्टम होने से सब कुछ ऑनलाइन रहता है. लेकिन समितियां ऑफलाइन खाद बेंच रही हैं. और ऑनलाइन एंट्री न करने से जिले स्तर के अधिकारियों को जानकारी नही मिल पाती.

ऑफलाइन की वजह से अभी भी जिले में समितियों में स्टॉक भंडारण बताने की वजह से उच्चाधिकारी गुमराह हो जाते है जो कि समितियों की गलती की वजह से हो रहा है. इसे लेकर क्षेत्र के किसानों में काफी आक्रोश है. पूरे मामले की शिकायत जिले के कई वरिष्ट अधिकारियों के पास की गई है.

वर्तमान समिति प्रबन्धक बसंत नाग ने बताया की कार्य कोई अकेला संचालन नही कर सकता हैं मैं व्यवस्थापक हूँ और शिवलाल नायक सहायक समिति प्रबन्धक है. धान खरीदी कार्य का संचालन और फड़ में तौल का कार्य शिव लाल नायक ही कर रहा था. आज फसने की नौबत आ रहा है तो नही जान रहा हूँ बोल रहा है. चार्ज नही था बोल रहा है.

खाद का भी सभी जवाबदारी शिव लाल नायक का बनता है खाद वितरण सभी का साइन करवाया है. तो खाद कहा है खाद में अभी कमी दिख रहा है. फसने की बारी आएगी तो मैं चार्ज में नही था बोलने से थोड़ी होगा शिवलाल नायक 4 वर्ष तक सोसायटी को चलाया है मैं तो वहां चपरासी पोस्ट में था लगभग 6 माह हो रहा है बने हुए.

इस संबंध में शिवलाल नायक ने बताया कि वर्तमान में ग्रामीण सहकारी समिति उडेला के प्रबंधक पद पर बसंललाल नाग है. मैंने 06 नवम्बर 2019 को प्रबंधक का पद व्यक्तिगत कारणों से छोड़ दिया था. जिसके बाद से समिति विगत वर्ष की धान खरीदी और सारे मामले नये प्रबंधक नाग देख रहे. और खरीब फसल वर्ष 2020-21 के खाद के आवक पर मेरे हस्ताक्षर है और जबकि खाद जावक और वितरण पर नये प्रबंधन नाग के हस्ताक्षर है.

उसके बाद भी खाद शार्टेज होने मुझे जिला सहकारी बैंक शाखा भंवरपुर प्रबंधक अमृतलाल जगत और निरीक्षक जेडी पटेल द्वारा मुझे नोटिस देना समझ से परे हैं. शिवलाल नायक पूर्व समिति प्रबंधक उड़ेला खाद का स्टॉक मिलान करने पर यहां गबन करने का मामला प्रतीक हो रहा है। जांच में की गई खाद की शार्टेज शिकायत सही पाया गया हैं। जवाब में प्रबंधक ने लिपिकीय त्रुटि होना बताया जबकि स्टॉक में भी खाद कम हैं। आगे की कार्यवाही हेतु जांच क प्रतिवेदन बनाकर उप पंजीयक सहकारी संस्था महासमुन्द को सौप दी गई हैं। और फसल बीमा की शिकायत पर अभी जांच नही हुई है। और बताया कि इस अवधि में उड़ेला के समिति प्रबंधक बसंत लाल नाग रहे हैं।




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