पटवारी के घर से तहसील कार्यालय का फर्जी सील बरामद, किसान किताब में कर रहा था फर्जीवाड़ा, तत्काल प्रभाव से निलंबित, पुलिस कर रही 420 का मामला दर्ज.
बसना तहसील में किसान किताब में फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है, जाँच के दौरान पटवारी के यहाँ से कार्यालय का फर्जी सील के साथ किसान किताब बरामद किया गया है. मामले का खुलाशा तब हुआ जब किसान पंजीयन के फार्म में हस्ताक्षर हेतु आवश्यक दस्तावेज के साथ बसना तहसील में उपस्थित हुए थे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार 08 अक्टूबर 2020 को तहसील बसना के कृषक मनोज पटेल पिता वृजलाल पटेल निवासी भठोरी, कृषक पदुम पिता सुखरू निवासी खटखटी, किसान पंजीयन के फार्म में तहसीलदार बसना एवं कृषक निरंजन पिता लालसाय निवासी कर्राभौना ने किसान पंजीयन के फार्म में नायब तहसीलदार बसना के हस्ताक्षर हेतु आवश्यक दस्तावेज के साथ उपस्थित हुए थे.
कृषक मनोज पटेल पिता वृजलाल पटेल निवासी भठोरी द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों में उनके द्वारा किसान किताब कमांक पी- 2915153, 2915155 प्रस्तुत किया गया था. उक्त किसान किताब में तत्कालीन तहसीलदार बसना का हत्ताक्षर संदिग्ध प्रतीत होने के कारण उक्त किसान किताब के संबंध में जांच किया एवं किसान से पुछताछ किया.
पूछताछ में किसान के द्वारा बताया गया कि किसान किताब हरिशंकर हल्का पटवारी द्वारा 3-4 माह पूर्व दिया गया गया था. जिसमें पाया गया यह किसान किताब हल्का पटवारी द्वारा 20 सितम्बर 2018 को जारी किया गया है, एवं किसान किताब के पृ. कमांक 12 अधिकार अभिलेख में तब्दीलात 08 मे हल्का पटवारी द्वारा वर्ष में 2018-19 तथा तब्दीलातों के विवरण में आपसी खाता विभाजन के कारण नांमांतरण क्रमांक 20 आ.दि. वर्ष 20 सितम्बर 2018 उल्लेखित किया गया है.
किन्तु कानूनगों शाखा तहसील बसना से जारी किसान किताब पंजी का अवलाकन करने के पश्चात किसान किताब कमांक पी- 2915153, 2915155 दिनांक 30 सितम्बर 2019 को हरिशंकर नायक हल्का पटवारी नंबर 33 को प्रदान किया गया था. अतः किसान किताब कमांक पी- 2915153, 2915155 में दिनांक 20 सितम्बर 2018 को हल्का पटवारी द्वारा हस्ताक्षरित किया जाना संभव नही है.
इसी तरह कृषक पदुम पिता सुखरू निवासी खटखटी का किसान किताब क्रमांक पी- 2803949 में तत्कालीन तहसीलदार बसना का हस्ताक्षर संदिग्ध प्रतीत होने के कारण जांच किया गया जिसमें पाया गया उक्त किसान किताब हल्का पटवारी द्वारा 08 अक्टूबर 2019 को जारी किया गया है एवं किसान किताब के पृष्ट कमांक 12 अधिकार अभिलेख में तब्दीलात में हल्का पटवारी द्वारा वर्ष 2019-20 तथा तब्दीलातों के विवरण में विरासत हक से नामांतरण के क्रमांक 08 आ. दि. 08/10/2019 उललेखित किया गया है तथा कानूनगों शाखा बसना से जारी किसान किताब पंजी के अवलोकन करने पर उक्त किसान किताब कमांक पी 2803949 तहसील बसना से जारी नही किया गया है.
तथा कृषक निरंजन पिता लालसाय निवासी करभौना का किसान किताब कमांक पी 2915524 में तत्कालीन तहसीलदार बसना का हस्ताक्षर संदिग्ध प्रतीत होने के कारण उक्त किसान किताब के संबंध में जांच किया गया. किसान किताब कमांक पी-2915524 कानूनगों शाखा तहसील बसना से हल्का पटवारी उग्रसेन चौहान को अक्टूबर 2019 में दिया गया है हल्का पटवारी द्वारा कृषक निरंजन पिता लालसाय को जारी किया गया है. उक्त किसान किताब में लक्ष्मण मिश्रा सेवानिवृत्त (दिनांक 31 /12,// 2018) तहसीलदार बसना का हस्ताक्षर अंकित है.
इस संबंध में प्रतिवेदन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली को तहसीलदार बसना द्वारा भेजा गया. अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली के निर्देशानुसार तहसीलदार बसना एवं संयुक्त टीम द्वारा हरिशंकर नायक पटवारी हल्का नंबर 33 के कार्यालय सह गृह निवास का निरीक्षण एवं जांच किया गया.
हरिशंकर नायक पटवारी हल्का नंबर 33 के कार्यालय सह गृह निवास से कार्यालीन सील तहसीलदार बसना, नायब तहसीलदार बसना, न्यायालय नायब तहसीलदार बसना, अधीक्षक भू-अभिलेख महासमुन्द का सील एवं 28 नग किसान किताब, किसान किताब संघारित पंजी को बरामद किए गए.
जांच में हरिशंकर नायक पटवारी हल्का नंबर 33 तहसील बसना के द्वारा सील मिश्रा काम्पलेक्श बसना में स्थित ओम कम्प्यूटर्स एवं फोटोकॉपी दुकान से बनाये जाने की बात सामने आई.
जांच में हल्का पटवारी हरिशंकर नायक द्वारा किसान किताबों में लक्ष्मण मिश्रा सेवानिवृत्त (दिनांक 31 /12/ 201 8) तहसीलदार बसना से किसान किताब कमांक पी- 2915153, 2915155 को पिछली तिथि में हस्ताक्षर करवाने की बात भी सामने आई, एवं जांच में यह भी सामने आया है कि किसान किताब कमांक 2803949 को हरिशंकर नायक को उसके सहायक श्रीपति द्वारा भू-अभिलेख शाखा जगदलपुर में पदस्थ भतीजे कमल कैवर्त से प्राप्त कर दिया है.
जांच में श्रीपति ने 04 किसान तहसील कार्यालय बसना में कार्यरत रामायण निषाद से प्राप्त कर एवं 05 किसान किताब जगदलपुर से प्राप्त कर हरिशंकर नायक को दिया जाना बताया गया है. जांच में हरिशंकर नायक पटवारी हल्का नंबर 33 तहसील बसना द्वारा जाकर लक्ष्मण मिश्रा सेवानिवृत्त (दिनांक 31/12,/2018) तहसीलदार बसना से साठ गाठ कर पिछली तिथि में नामांतरण /बंटवारा करवाये जाने की बात समाने आई.
जांच में हरिशंकर नायक पटवारी हल्का नंबर 33 तहसील बसना के कार्यालय से जप्त सील का उपयोग उनके अलावा पटवारी गिरजाशंकर पटेल, रामकुमार दीवान, उग्रसेन चौहान द्वारा भी उपयोग किये जाने की बात आईं है. जांच एवं बयान में हल्का पटवारी उग्रसेन चौहान द्वारा हरिशंकर नायक पटवारी के माध्यम से लक्ष्मण मिश्रा सेवानिवृत्त (दिनांक 31 /12,/2018) तहसीलदार बसना से किसान किताब कमांक पी-2915524 में पिछली तिथि में हस्ताक्षर कराना बताया है एंव हल्का पटवारी उग्रसेन चौहान की भूमिका भी संदिग्ध है.
हरिशंकर नायक पटवारी हल्का नंबर 33 तहसील बसना को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपाली द्वारा तहसीलदार बसना के जांच प्रतिवेदन अनुसार तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. तथा उग्रसेन चौहान पटवारी हल्का नंबर 20 तहसील बसना से जवाब तलब किया गया है.
हरिशंकर नायक पटवारी हल्का नंबर 33 तहसील बसना एवं उनके अन्य सहयोगियों पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराया गया है.
थाना प्रभारी बसना लेखराम ठाकुर ने बताया कि मामले में 420 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध करने की कार्यवाही की जा रही है.