फर्जी आहरण करने के बाद जनपद सीईओ के नोटिस को सचिव नही कर रही स्वीकार ! पंचायत अधिनियम की धारा के तहत एसडीएम को कार्यवाही हेतु किया जायेगा प्रेषित.
जनपद पंचायत बसना अंतर्गत ग्राम पंचायत मेढापाली के सचिव रमला सिदार और शिक्षक पति साधव सिदार के ख़िलाफ फर्जी तरीके से लाखों रुपये आहरण करने का शिकायत पंच-सरपंच द्वारा किया गया था.
शिकायत में बताया गया था सचिव रमला सिदार द्वारा ग्राम पंचायत मेढापाली से अपने सास और कई अन्य के नाम पर लाखों रु का घोटाला किया गया था. जिसकी जानकारी पंच-सरपंच को नही थी. बाद में पासबुक एंट्री करने पर पता चला कि सचिव द्वारा सरपंच मेघनाथ पटेल का फर्जी सील बनाकर लाखो रुपये का हेरा-फेरी किया गया है.
इस मामले
में शिकायत के बाद उक्त सचिव को वहां से हटा दिया गया और जांच भी किया गया. लेकिन
सचिव रमला सिदार द्वारा पंचायत से संबंधित रजिस्टर को रख लिया गया है, और वापस नही
किया जा रहा है. जिसके कारण ग्राम पंचायत को संचालन और प्रस्ताव करते नहीं बन रहा
है. और कई सारे कार्य अटके पड़े है.
सरपंच मेघनाथ ने बताया कि ग्राम पंचायत मेढापाली-ठुठापाली और हारिल छापर गांव से लगभग 100 हितग्राहियों ने पेंशन के लिए आवेदन भी किया था. उसको भी सचिव द्वारा वापस नही किया जा रहा है और ना ही फर्जी तरीके से जो रकम निकाला गया है उसे वापस किया जा रहा है.
इधर पूरे मामले में जनपद सीईओ सनत महादेवा से जानकारी लेने पर कहा कि सचिव रमला सिदार के पते पर 2 बार हो चुका नोटिस भेजा गया था लेकिन नोटिस वापस आ गया. इसलिए सचिव रमला सिदार के ख़िलाफ पंचायत अधिनियम 92 के तहत प्रकरण बनाकर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सरायपली को कार्यवाही हेतु अग्रेषित किया जायेगा.
सरपंच मेघनाथ पटेल ने सचिव के ख़िलाफ जानबूझ कर जनपद सीईओ द्वारा भेजे गए नोटिस को स्वीकार नही करने का आरोप लगाया है. ताकि कार्यवही से बचा जा सके.