news-details

बसना : क्षेत्र के लोगों को क्यों है जनप्रतिनिधियों पर गुस्सा, क्यों रख दिए इस सड़क पहुंच मार्ग का नाम "तन डोले मन डोले सड़क"…

सरकार द्वारा ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में लोगों को आने-जाने में सुविधा मिले और परेशानी का सामना नहीं करना पड़े इस उद्देश्य से करोड़ों रुपए खर्च कर गांव गांव तक पहुंच मार्ग का निर्माण करवा रहै है ।लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी की लापरवाही की वजह से ग्रामीण अंचलों की सड़कों का हाल बेहाल है कहीं गड्ढे तो कहीं गड्ढे पर सड़क है।ताजा उदाहरण मामला भंवरपुर से बड़ेसजापाली मार्ग की है। जंहा सत्ता बदली सरकार बदली नहीं बदली तो इस मार्ग के सड़कें की दुर्दशा। यहां सड़क को लेकर क्षेत्र वाषियो ने जनप्रतिनिधियों से लेकर विभिन्न सरकारी शिविरों में अधिकारियों कर्मचारियों को आवेदन के माध्यम से कई बार इस पहुंच मार्ग की दुर्दशा के बारे में अवगत कराया जा चुका है बावजूद इसके इस पहुंच मार्ग पर मरम्मत के नाम पर महज खानापूर्ति ही हो रही है। मानो यह पहुंच मार्ग (सड़क) ठेकेदरो व विभागीय अधिकारी के लिए दुधारू गाय साबित हो रही हो।

अब तो ग्रामीणों ने इस पहुंच मार्ग का नाम भी रख दिया है ,"तन डोले मन डोले सड़क"। ग्रामीण अब अगले चुनाव का इंतजार कर रहे हैं शायद सत्ता परिवर्तन हो या नया जनप्रतिनिधि निर्वाचित हो जो इस जर्जर मार्ग का उद्धार कर सके और इस पहुंच मार्ग सड़क से आने जाने वाले लोगों को सुविधा मिल सके ।इस एरिया के लगभग 25 से 30 गाँवों का आना जाना इसी मार्ग में होता है इसी मार्ग का उपयोग कर लोग बसना विकास खंड मुख्यालय पहुचते है काफी ज्यादा मात्रा में लोग इसी मुख्य मार्ग का उपयोग करते है.यह की यह पहुंच मार्ग क्षेत्र के कई ग्रामों को भंवरपुर व्यवसायिक केंद्र पहुंचने का मात्र एक ही रास्ता है। भंवरपुर में हाई स्कूल, बैंक, विद्युत विभाग, शराब दुकान, पेट्रोल पंप, सहित कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान है जिसे क्षेत्र के लोगों को यही आना जाना होता है। लेकिन मार्ग की दुर्दशा के कारण क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है । दिन में तो जैसे तैसे इस पहुंच मार्ग सड़क पर चलते बन जाती है लेकिन बरसातों में गड्ढों में पानी भरे होने के कारण स्कूली बच्चों सहित क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी परेशानी होती है जैसे-तैसे तो दिन में चल ही जाते हैं ।लेकिन रात होते ही गड्ढ़े दिखाई नही देते है पता नहीं चलता है की यहाँ जान लेवा गड्ढा बन चुका है !




अन्य सम्बंधित खबरें