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जेवरा पंचायत की लापरवाही से मनरेगा से लगे लाखो रुपये के पौधे सूखे की चपेट में..सरकारी राशि का खुलकर दुरुपयोग...

महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से किए गए वृक्षारोपण में पौधे सूखे की चपेट में आ गए हैं। नतीजतन पौधे मर रहे हैं। सरकार की इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में लाखो, करोड़ों की राशि खर्च तो होती रहते है। लेकिन इस पंचायत में की गई पौधों की समुचित देखभाल नहीं हो पा रही है। वैसे ही एक मामला सारंगढ जनपद क्षेत्र की अंतगर्त ग्राम पंचायत जेवरा में लाखो रुपये की पौधे सूखे के चपेट में आ गए है। सरकार लगातार सैकड़ो हजारों पौधे लगाकर अधिकतर वृक्ष को पेड़ के रूप में परिवर्तन करने के लिए पंचायत को देख भाल पानी के लिए सौपा गया है। और पशुओं से बचाव के लिए ट्री गार्ड लगवा रहे है। सबकी राशि अलग अलग से निर्धारित रहता है। वही जिसमे मजदूरों के लिए मजदूरी की राशि जनरेट करने के लिए रोजगार सहायक को जिम्मेदारी दिया जाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरपँच अपने अपने हितैसियो के नाम पर जनरेट करवाया गया है और पौधों की देख भाल के लिए सरपँच को समय ही नही मिला तो पानी का छिड़काव कैसे करते। सरपँच साहब तो पैसा निकालने में ही बिजी रह गए होंगे कि पौधे सूखते रह गए और इधर पैसा निकालने में सरपँच बिजी रह गए। इस बात की पुष्टि हम नही कर रहे ह

बल्कि वहां लगे पौधे की सूखते हुए नजारे बता रही है। जब इस सम्बंध में सरपँच से बात किया गया तो बताया कि मेरा तबीयत बहुत खराब है अभी कुछ बताने के लायक नही हु। कहकर मीडिया से दूरी बना लिया गया। जब इस सम्बंध में तकनीकी सहायक से जानकारी लेने के लिए सम्पर्क किया गया तो जानकारी देने से बचते दिखे। जनपद सीईओ सारंगढ़ को सूखे हुए पौधे की फ़ोटो और वहाँ की स्थिति से अवगत कराया गया है। रायगढ कलेक्टर,जिला पंचायत सीईओ और पंचायत मंत्री से शिकायत करने की बात सामने आ रही है। क्या कहते है जनपद सीईओ अभिषेक बनर्जी-जांच करवाया जाएगा अगर ऐसे कुछ स्थिति है तो न्याययोचित कार्यवाही किया जाएगा।




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