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महासमुंद : कलेक्टर ने कक्षा दसवीं और बारहवीं के बच्चों की पढ़ाई की अभिनव पहल की

पढ़ई तुहर दुआर की तर्ज पर कोचिंग ऑन लाइन तुहर दुआर  बागबाहरा में स्थानीय टी.व्ही.केवल के ज़रिए कोचिंग

जिले में कोविड-19 की दूसरी लहर के मद्देनजर बढ़ते संक्रमण के मामलें को देखते हुए इसे फैलने से रोकने एवं संक्रमण से बचाव के लिए जिले के स्कूल बंद हैं। वहीं दसवीं और बारहवीं के बच्चों के लिए जिले में शुरू की गयी निःशुल्क कोचिंग भी कोरोना के कारण बंद हैं। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बीते एक अप्रैल को स्कूल शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि कक्षा दसवीं और बारहवीं की परीक्षा नजदीक हैं। समय को देखते हुए ऐसे में बच्चों की बेहतर पढ़ाई के लिए आॅनलाईन कोचिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। ज़िले के बागबाहरा ब्लॉक मुख्यालय पर एक अभिनव पहल करते हुए स्थानीय केवल सेटप के ज़रिए कल मंगलवार से कक्षा दसवीं और बारहवीं बच्चों को शिक्षकों द्वारा कोचिंग दी जा रही है । 

विधायक एवं संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव ने केवल टी व्ही कोचिंग़ का शुभारम्भ किया। सहायक संचालक स्कूल शिक्षा हिमांशु भारती ने बताया कि बागबाहरा में स्थानीय केवल से 2000 परिवारों के पास कनेक्शन है। इनके ज़रिए परिवारों के दसवीं और बारहवीं की परीक्षा देने वाले बच्चे लाभान्वित होंगे। इसके लिए विषयवार पढ़ाई का समय निर्धारित किया गया है। कोरोना के चलते घर पर आकर पढ़ाने वाले ट्यूटर और स्कूल में सिखाने वाले टीचर को तकनीक ने मात देने की ठान ली है। मैथ्य हो, मेडिकल साइंस हो या मैनेजमेंट हर तरह के हाई क्वॉलिटी की ज़िले में बच्चों की परीक्षा की तैयारी के लिए ऑन लाइन कोचिंग की व्यवस्था की गई है। अब बच्चे घर में सुरक्षा के बीच रहकर अपनी परीक्षा की बेहतर पढ़ाई कर रहे है।

मालूम हो कि कलेक्टर डोमन सिंह ने 10 वीं व 12 वीं के बच्चों के और बेहतर पढ़ाई और परीक्षा की अच्छी तैयारी के लिए कोचिंग पढ़ई तुहर दुआर की तर्ज पर कोचिंग तुहर दुआर शुरू की गयी थी। प्रशासनिक अधिकारी भी जरूरत के मुताबिक बच्चों को परीक्षा की तैयारी की टीप के साथ सवाल याद करने गुर भी बता रहे थे। किन्तु कोरोना के दूसरे लहर के कारण और बच्चों की स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए फिलहाल यह कोचिंग बंद कर दी गयी है। यह कोचिंग 1 मार्च से जिले के 40 जगह पर एक साथ शुरू की गई है। कक्षा 10 वीं व 12 वीं के 5000 से ज्यादा बच्चें कोचिंग तुहर दुआर का सीधा लाभ उठा रहे थे। कोचिंग तुहर दुआर जिले के 40 शिक्षा केन्द्रों और जरूरत के हिसाब से राजस्व कार्यालयों के सभाकक्षों में चलायी जा रही है। दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों की बेहतर पढ़ाई के लिए विषय विशेषज्ञ शिक्षकों से गुणवत्ता युक्त शिक्षा 5000 से ज्यादा बच्चों को दी जा रही है। इस पर व्यय राशि जिला खनिज न्यास मद से दी गयी है। जिले की भौगोलिक स्थिति के आधार पर अध्यापन कार्य के लिए कोचिंग केन्द्र की संख्या महासमुन्द में 08 केन्द्र, बागबाहरा में 07 केन्द्र, पिथौरा में 11 केन्द्र, बसना में 07 केन्द्र, सरायपाली में 07 केन्द्र इस तरह कुल 40 केन्द्रों में बच्चों को परीक्षा की तैयारी करायी जा रही थी।




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