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माओवादियों ने फिर जारी किया पत्र, लगाया आरोप... चांवल लेने गए व्यक्ति को नक्सली बताकर मार डाला

माओवादियों ने एक बार फ़िर पुलिस के नाम पर्चा जारी किया है। लेकिन इस बार उन्होंने गत रविवार को हुई पुलिस-नक्सल मुठभेड़ को फर्जी बताया। माओवादियों ने यह भी आरोप लगाया कि जिस वेट्टी हूंगा को पुलिस ने 1 लाख का इनामी नक्सली बता कर मारा वो व्यक्ति चांवल खरीदने गया था।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव और प्रवक्ता साईनाथ ने आज पत्र जारी कर कहा कि रविवार को जंगामपाल में हुई मुठभेड़ फर्जी थी। ग्राम पंचायत बड़ेगादाम का निवासी वेट्टी उंगा सोसाइटी से चावल लाने गांव जंगामपाल गया था। जहाँ डीआरजी टीम ने उसको पकड़ लिया और मार दिया। इसके आलावा 20 मार्च को कुआकोंडा ब्लॉक के एटेपाल गांव में हड़मा मंडावी, आयात सोढ़ी को भी घर से जबर्दस्ती उठाकर मारने की बात पत्र में है।


माओवादी प्रवक्ता साईनाथ ने लिखा है कि 8 मार्च को मरकम हिड़मे को बेवजह जेल में डाल दिया गया। जिसका वे विरोध कर रहे है।बता दें कि दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने जानकारी दी थी कि जंगामपाल जंगल में नक्सलियों के होने की सूचना मिलने के बाद डीआरजी दल वहां पहुँची। उन्हें देख नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में नक्सलियों का मिलिशिया कमांडर हूंगा मारा गया। उसका शव, हथियार और बड़ी मात्रा में नक्सल साहित्य भी पुलिस ने जब्त किया था। वेट्टी हूंगा पर राज्य सरकार ने 1 लाख रुपए का इनाम और दंतेवाड़ा पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम रखा था।




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