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बसना के गली मोहल्ले में धड़ल्ले से बिक रहा अवैध शराब, बरोली बना महुआ शराब का अड्डा!

बसना. लाकडाउन में देसी व अंग्रेजी शराब दुकानें बंद होने के बाद अवैध रूप से महुआ शराब की बिक्री जमकर हो रही है। नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रो में महुआ शराब बनाने और बेचने का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। वहीं महंगे दाम में अवैध अंग्रेजी शराब भी उपलब्ध है। आबकारी और पुलिस विभाग की नाक के नीचे शराब की अवैध बिक्री धड़ल्ले से जारी है।

जिले में 13 अप्रेल से 17 मई तक घोषित लॉकडाउन में पुलिस की मुस्तैदी के बावजूद नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रो में अवैध महुआ शराब एवं अंग्रेजी शराब की बिक्री जारी है। नगर के हृदय स्थल होटलो में, बस स्टैंड समेत अनेक वार्डो के अलावा बसना थाना से लगे करीब दो दर्जन स्थानों पर अवैध महुआ शराब बनाकर धड़ल्ले से बिक्री कर लाकडाउन के दिशा-निर्देशों का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है।
  वहीं बसना से महज 08 किलोमीटर दूर बरोली ग्राम पंचायत महुआ शराब का अड्डा बन गया है यहां के गली-गली में धड़ल्ले से महुआ शराब की बिकी किया जा रहा है. इस गांव के शराब माफियाओं को पुलिस-आबकारी का भय नहीं, इसलिए बेधड़क खुले आम अवैध शराब की बिक्री करने में मस्त है.

बरोली ग्राम में महुआ शराब के अवैध अड्डे धड़ल्ले से संचालित होने से कम उम्र के ग्रामीण बच्चे भी तेजी से शराब की लत के शिकार हो रहे हैं। शराब के अवैध कारोबार में तथाकथित पुलिस,आबकारी विभाग के कर्मचारियों की संलिप्तता से लॉकडाउन में भी अवैध शराब बनाने एवं बेचने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। बरोली ग्राम के सरपंच श्रीमती मालती कमलेश साव ने अवैध महुआ शराब बेचने वाले के ऊपर कार्रवाई की मांग की है.

अंग्रेजी शराब भी धड़ल्ले से बिक रही-

लाकडाउन की संभावना के मद्देनजर नशे की प्रवृत्ति के अपराधीनुमा युवकों द्वारा पहले से ही स्टाक कर रखी गई अंग्रेजी शराब की ऊंचे दर पर अवैध बिक्री की जा रही है। आदतन शराबियों को उनकी मांग के अनुरूप अवैध शराब उपलब्ध कराए जाने का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है।

कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति-

पुलिस एवं आबकारी विभाग द्वारा समय-समय पर अवैध शराब धरपकड़ के नाम पर महज औपचारिकता पूरी की जाती है। पुलिस द्वारा अधिकांश मामलों में शराब बेचने वालों से दो, तीन या चार लीटर अवैध महुआ शराब बरामद कर कार्रवाई की जाती है। जबकि नगर सहित आसपास के ग्रामों में दर्जनों ऐसे कारोबारी है जो रोजाना 50 से 100 लीटर अवैध महुआ शराब की अवैध बिक्री करते हैं। पुलिस अथवा आबकारी महकमा ऐसे कारोबारियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करता है। जिसके कारण आम लोगों में पुलिस की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगता है।




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