बसना : सड़े हुये धान को अच्छे धान में मिलाकर खपाने की तैयारी, इस धान उपार्जन उपकेंद्र में हो रहा कारनामा...
जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक रायपुर शाखा भँवरपुर के अंतर्गत ग्रामीण सेवा सहकारी समिति उड़ेला पं.क्र.1212 के धान उपार्जन उपकेंद्र धामनघुटकुरी में लापरवाही के कारण कई क्विंटल धान सड़ चूका है. अब इस लापरवाही को छुपाने के लिए सड़े हुये धान को अच्छे धान में मिलाकर इसे खपाने की तैयारी की जा रही है.
गौरतलब है कि पूरा देश इस समय कोरना महामारी की दंश झेल रहा है, लोगों के कामकाज बंद है, एक वक्त के खाने के लिए भी चुनौतियों का सामना करना पड़ है. जहाँ एक तरफ सरकार जरुरतमंदो को नि:शुल्क खाद्य सामग्री उपलब्ध करवा रही है तो, दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं, जिनके लापरवाही से सरकार द्वारा पच्चीस सौ रुपये प्रति क्विंटल से ख़रीदे गए किसान की उपज मेहनत सड़ चुके है... इसका जिम्मेदार कौन है ? क्या प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों को ही धान खरीदी केंद्र का जिम्मेदारी दिया जाता है जो अपने काम को बखूबी ढंग से ना कर पायें.
धान खरीदी केन्द्रों में हमेशा लापरवाही, करोड़ों की हेराफेरी करने की बात सामने आती है, लेकिन कभी कार्यवाही पूरी नहीं होती, इन करोड़ो रुपयों का किया गया नुकसान कौन भरेगा.... क्या आम जनता अपने पैसे ऐसे ही सड़ने के लिए अलग-अलग रूपों में टैक्स के नाम पर देती रहेगी.. ? आखिर कब ऐसा दिन आएगा जब हम कह पायें की हमने एक-एक अन्न का पूरा उपयोग किया.
धान उपार्जन उपकेंद्र धामनघुटकुरी में सड़े हुए धान को अच्छे धान में मिलाकर अपनी लापरवाही छुपाया जा रहा है, वहीं इस मामले में जब धान खरीदी केंद्र में बैठे लोगों से सड़े हुए धान के बारें में पूछा गया तो वो भड़क उठे, और वीडियो बनाने से मना करने लगे, उनका कहना है कि धान पूरी तरह सुरक्षित है. यहाँ 0% शॉर्टेज होगा.
आपको बता दें कि धान उपार्जन उपकेंद्र धामनघुटकुरी में पिछले वर्ष 0% शॉर्टेज था, जो शाखा में पहला एवं जिले में 5वां स्थान रखने वाला धान खरीदी केंद्र रहा है.
इस वर्ष कई क्विंटल धान सड़ने के बावजूद भी 0% शॉर्टेज की बात कही जा रही है, जो जरुर धान में किसी तरह का भ्रष्टाचार कर किया जा रहा होगा या पहले से भी किया जा रहा होगा. अब देखने वाली बात यह होगी की इस मामले में क्या जांच व कार्यवाही की जाती है.