जशपुर जिला कृषि विज्ञान केंद्र डुमरबहार द्वारा कृषक प्रक्षेत्र में लगाए जाएंगे फलदार पौधे लीची आम अमरूद सीताफल बेर के लगेंगे उन्नत किस्म के पौधे
गुरुवार को कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ राकेश कुमार भगत के निर्देशानुसार कृषि विज्ञान केंद्र डूमरबहार जशपुर के वैज्ञानिकों द्वारा कृषक श्री हर्ष कुजुर निवासी पराई तहसील बगीचा से संपर्क कर मात्री वाटिका स्थापना के लिए चयनित जगह का अवलोकन किया गया एवं कृषक द्वारा लगाए गए आम एवं सहजन के पौधे का अवलोकन किया गया जहां उद्यानिकी विशेषज्ञ श्री प्रदीप कुजुर द्वारा हाई डेंसिटी प्लांटिंग की जानकारी देते हुए आम के पौधे की कटाई छटाई की जानकारी दिया गया एवं पौधों की 1 मीटर ऊंचाई से नीचे आने वाली शाखाओं की कटाई करने की सलाह देते हुए आम सहजन के बगीचे में खाली भूमि पर पत्तेदार अथवा हल्दी अदरक की खेती करने की सलाह दिया गया इससे ना केवल अतिरिक्त आय हेतु सब्जी प्राप्त की जा सकेगी अपितू भूमि की गुड़ाई कार्य के साथ-साथ भूमि में नमी भी बनी रहेगी तथा कृषि मौसम विशेषज्ञ श्री शिवकुमार भुआर्य द्वारा कृषक श्री हर्ष जी को जिले में होने वाली मौसमी घटनाओं से अवगत कराते हुए तेज हवाएं, भारी वर्षा, ओलावृष्टि, पाला शीतलहर की संभावना रहती है जिससे छोटे पौधों को काफी नुकसान होता है जिससे सतर्कता बरतते हुए एवं कृषि मौसम पूर्वानुमान का अवलोकन करते रहने एवं प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के प्रति जो कृषि सलाह दिया जा रहा हो उसका पालन कर पौधों को सुरक्षित रखने की बात कहते हुए वर्तमान में लगाई गई पौधों के पास वर्षा जल एकत्रित ना हो इस पर विशेष ध्यान रखने तथा पौधों को सहारा देने का सुझाव दिया गया उनके द्वारा बताया गया कि जहां पर फलदार पौधरोपण की योजना बनाई जा रही है वहां खेत की उत्तरपश्चिम कोने में वायु रोधक पौधे लगाने की भी सलाह दी गई ताकि उक्त मौसमी परिस्थितियों में पौधों की सुरक्षा हो सके इस दौरान सृजन संगठन के कार्यकर्ता श्री लक्ष्मण जेठानी जी एवं सुमित श्रद्धानंद जी भी उपस्थित रहे ।