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पॉच दिनों तक छाये रहेंगे बादल आज भी अच्छि बारिश के आसार

मौसम केन्द्र रायपुर से प्राप्त मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में जशपुर जिले के कुछ तथा अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा एवं 15 सितम्बर को जिले के एक दो स्थानों में भारी वर्षा की संभावना है साथ ही आसमान में घने बादल छाये रहने एवं मेघ गर्जन के साथं वज्रपात की आशंका है जताई गई है । सुबह की हवा में 90-96 प्रतिशत आर्द्रता तथा दोपहर 65-85 प्रतिशत आर्द्रता होने के साथ-साथ अधिकतम तापमान 28.0-31.0 डि.से. एवं न्यूनतम तापमान 23.0-24.0 डि.से. रहने की सम्भावना है और वहीं हवाओं के दक्षिणपूर्वी एवं दक्षिणपश्चिमी दिशाओं से 3-6 कि.मी.प्रति घण्टे की गति से चलने की सम्भावना है ।
धान के खेतों में आवश्यकता से अधिक पानी को उलट बनाकर बाहर निकाल देवें वर्तमान पूर्वानुमान को देखते हुए किट एवं रोगनाशकों तथा उर्वरक उपयोग से बचें साथ गरज चमक वाले मौसम में सुरक्षित स्थानों पर रहें पानी भरे स्थानों उंचे वृक्षों एवं अन्य बिजली आकर्षित करने वाली वस्तुओं से सुरक्षित दुरी पर रहें । पशुओं को नदी, पहाड़ी एवं खाई वाले क्षेत्रों में न जाने दे घर में ही चारे की व्यवस्था करें तथा उनकी स्वास्थ की भी जॉंच करें। बारिश के दौरान मुर्गियों को बाहर चरने न छोड़े क्योकि बाहर चरने से उन्हें आहार तो नहीं मिल पाता पर वे रागग्रस्त अवश्य हो जाते है । मुर्गियों में कोलेरा (दस्त), न्यूमोनिया, लाक्सीडियासिस (खूनी पेचिस) आदि बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है । मछली पालन वाले तालाबों में पानी अंदर एवं बाहर जाने वाले मार्ग पर तार जाली अवश्य लगावें।

वर्तमान पूर्वानुमान के अनुसार फसलों में कीट एवं रोग प्रकोप की वृद्धि की संभावना है निगरानी रखें । 25 से 28 डिसे तापमान एवं 90 प्रतिशत से अधिक आर्द्रता के साथ बदली एवं फुहार युक्त मौसम होने से धान की फसल में ब्लास्ट का प्रकोप में वृद्धि की संभावना है . ट्राईसाइक्लाजोल 120 ग्राम प्रति एकड़ की दर से अनुकूल मौसम के दौरान छिड़काव करें एवे रोग की तीव्रता के अनुसार 10-12 दिन पश्चात् पुनः छिड़काव करें ।
वर्तमान वर्षा को देखते हुए अरहर की फसल में फ्यूजेरियम विल्ट रोग के प्रसार की संभावना है इसके रोकथाम के लिए कार्बेन्डाजीम 1 ग्राम प्रतिलिटर पानी के साथ अनुकूल मौसम के दौरान छिड़काव करें ।
वर्तमान वर्षा को देखते हुए मुंगफली के खेतों में पर्याप्त नमी है अतः मौसम साफ होने पर जहॉं मुंगफली परिपक्वता अवस्था पर है उसकी खुदाई कर विक्रय किया जा सकता है । तापक्रम में गिरावट होने से टिक्का रोग के प्रकोप में वृद्धि हो सकती है निगरानी रखें ।
सब्जियों वाली फसल टमाटर तथा हल्दी, अदरक एवं अन्य कन्दीय फसलों वाली खेतों में पानी भरा हो तो उसकी निकासी करें । आम लीची नाशपाती एवं अन्य फलदार पौधों के पास पानी रूकने न दें.




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