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ग्रामीणों के आक्रोश पर जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश

देवभोग: गुणवत्ताहीन पुलिया निर्माण की लगातार शिकवा शिकायत के बाद मनरेगा कार्यक्रम अधिकारियों शिव कुमार नारंगे ने जांच टीम गठन कर कार्य वाही कराने का आश्वासन दिया है गौरतलब हो की माहुलकोट पंचायत के ऊपर पारा से अजीत के खेत के बीच ढाई लाख की लागत से पुलिया निर्माण किया गया जिसमें भारी मात्रा में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है नियम अनुसार निर्माण करने की जगह सरपंच सचिव ने मनमर्जी अनुसार मटेरियल का इस्तेमाल किया जिसकी पोल अब धीरे-धीरे खुल रही है और इससे नाराज ग्रामीण भी गुणवत्ताहीन पुलिया निर्माण एजेंसी के खिलाफ लामबंद हो गए हैं.

जिसे लेकर छत्तीसगढ़ संदेश प्रमुखता के साथ समाचार प्रकाशित कर बता रहा की निर्माण एजेंसी ने प्राक्कलन के विपरीत पुलिया निर्माण कार्य शासन को हजारों रुपए का चूना लगाया है क्योंकि पुलिया निर्माण के बाद पुलिया के आगे और पीछे मुरुमी से फीलिंग नहीं किया गया है इसके अलावा पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के नियम अनुसार
एक घमेला सीमेंट चार घमेला रेती और दो घमेला गिट्टी का मसाला बना कर इस्तेमाल करना होता है मगर निर्माण एजेंसी ने बिल्कुल भी इस नियम का पालन नहीं किया तभी आज पुलिया निर्माण मे इस्तेमाल मसाला धूल की तरह उड़ रहा है शायद यही वजह है कि अधिकारी मामला को गंभीरता से लेते हुए जांच कर कार्यवाही करने के बात कह रहे हैं हालांकि अब तक जांच टीम गठित नहीं किया है मगर आने वाले एक दिवस के भीतर टीम गठित कर जांच करने के निर्देश देने की बात कहीं जा रही हैं

शिवकुमार नारंगे पीओ : कल टीम गठित कर जांच के लिए भेजा जाएगा जांच के उपरांत गुणवत्ताहीन पुलिया निर्माण पाया जाता है तो राशि कटौती की कारवाही के लिए अवगत कराएंगे.




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