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परसवानी उपार्जन केंद्र में हुए फर्जीवाड़े पर पर्दा, जाँच दल की भूमिका पर फिर उठने लगे सवाल?

परमीत सिंह माटा धान खरीदी केंद्र पंजीयन क्रमांक 876 परसवानी में बोगस धान खरीदी व धान शार्टेज के बाद खरीदी में हुए व्यापक भरष्टाचार को छुपाने गड़ी गयी फर्जी परिवहन की कहानी में अहम खुलासा हुआ है, जिस ट्रक से 16 मार्च को परसवानी धान खरीदी केंद्र से धान मनीष एसोसिएट राइस मिल बागबाहरा जाना बताया गया दरअसल उस दिन उक्त ट्रक सरायपाली से खंडा लेकर रायपुर गया, मामले में ट्रक चालक के बयान से व्यापक फर्जी धान परिवहन का खुलासा हुआ।
परसवानी धान खरीदी केंद्र में वह फर्जीवाड़ा को छुपाने और लगातार फर्जीवाड़ा जारी है परत दर परत फर्जीवाड़ा का खुलासा तो हो रहा है किंतु अधिकारी कार्यवाही करने से बच रहे।

उल्लेखनीय है कि 15 मार्च से 17 मार्च के बीच कई ट्रकों से परसवानी धान खरीदी केंद्र से कई राइस मिल में धान जाना बताया गया जिसमें एक ट्रक क्रमांक CG 04 LQ 5700 भी शामिल है जिसमे उक्त ट्रक से 16 मार्च को परसवानी धान खरीदी केंद्र से 280 क्विंटल धान मनीष एसोसिएट राइस मिल बागबाहरा जाना बताया गया है जबकि उक्त ट्रक क्रमांक CG 04 LQ 5700 के चालक व वाहन स्वामी पवन साहू ने बताया कि 16 मार्च को उनके ट्रक में सरायपाली से कनकी चावल लेकर रायपुर भगवती राइस मिल गया हुआ था जहां से गाड़ी 17 मार्च को अनलोडिंग हुई।

सवाल यह है कि 16 मार्च को ट्रक क्रमांक CG 04 LQ 5700 कनकी लेकर रायपुर गया था तो इस गाड़ी से 16 मार्च को परसवानी धान खरीदी केंद्र से मनीष एसोसिएट राइस मिल बागबाहरा धान कैसे गया और धान कैसे राइस मिल को प्राप्त हुआ होगा।

जांच में आये अधिकारीयो की भूमिका पर फिर उठने लगे सवाल??

विदित हो कि परसवानी खरीदी केंद्र में पूर्व में करीब 80 क्विंटल धान शार्टेज की खबरे बड़े ही प्राथमिकता के साथ चलाई गई जिसके बाद उच्चाधिकारियो के निर्देश पर उप पंजीयक सहकारिता के नेतृत्व में जांच गठित की गई।

बताया जाता है कि जांच में जानबूझकर कर जांच अधिकारी के द्वारा जांच में लेटलतीफी की गई, जिससे वहां के शार्टेज धान की पूर्ति करने का अवसर दिया गया
वही बताया जाता है कि मामला को दबाने का प्रयास कर जांच रिपोर्ट में क्लीन चिट देने की बात कही जा रही है।

जांच से असंतुष्ट कलेक्टर पुनः जांच पर सहमत
धान खरीदी केंद्र परसवानी खरीदी के समय से ही विवादित रहा है जिसके बाद जांच में आए अधिकारियों ने बची कुची कसर भी पूरी कर दी, मीडिया के सवाल पर कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने पुनः जांच पर सहमति जताई।

"" परसवानी खरीदी केंद्र में पुनः बिंदुवार जांच के लिए कलेक्टर महोदय से पत्राचार किया जा रहा है, जिसमे नए परिवहन व किसानों की जांच को लेकर शामिल है""'
""'शुशील कुमार तिग्गा उप पंजीयक सहकारिता ""
महासमुन्द




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