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बसना : शिक्षक बना रहे पिक्चर, छात्रावास बन रहा धर्मशाला, कलाकारों को मिल रही मुफ्त रहने खाने की सुविधा.

विगत दिनों बसना विकासखंड के ग्राम जमदरहा में एक छत्तीसगढ़ी फ़िल्म की शूटिंग की जा रही थी. इस फ़िल्म की शूटिंग में सैंकड़ों की संख्या में कलाकार और कर्मचारी अपनी भूमिका दे रहे थे. इस फ़िल्म की चर्चा स्थानीय अख़बारों लोकल न्यूज़ पोर्टलों में भी लगी थी. जिसमे बताया गया था कि भंवरपुर अंचल में इस फ़िल्म की शूटिंग होने से क्षेत्र के लोगों में काफी उत्साह है.

यहाँ तक तो सब ठीक है, लेकिन इस फ़िल्म से जुड़े कलाकार और कर्मचारी जो कि शिक्षा पर आधारित फ़िल्म बना रहे थे वही शिक्षा विभाग के नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे थे. इन कलाकारों ने एक छात्रावास को धर्मशाला बना दिया और करीब विगत 20 दिनों से वे इस छात्रावास में मुफ्त रहने और खाने की सुविधा ले रहे थे.

ऐसे में जब हमने छात्रावास अधीक्षक से इस सम्बन्ध में पूछा की क्या विभाग अब छात्रावास को गर्मियों की छुट्टियों में धर्मशाला बानाने लगा है ? मुफ्त में रहने और खाने की सुविधा देने लगा है, ताकि जब हम भी किसी दुसरे शहर में जाए तो ऐसे ही किसी छात्रावास में धर्मशाला का लाभ ले सकें. जिसके सम्बन्ध में छात्रावास अधीक्षक के पास कोई जवाब नही था, ना ही छात्रावास अधीक्षक के पास ना किसी तरह का कोई आदेश था, जिसपर की वे इन कलाकारों को छात्रावास में रुकने की अनुमति देते. छात्रावास अधीक्षक का कहना था कि दबाव के चलते मजबूरन उन्हें यह कदम उठाना पड़ा, हलाकि किसका और किस तरह का दबाव का जवाब देने से वे कतराते रहे.

इसके पहले जब हम इस मार्ग से गुजर रहे थे तो हमने इस छात्रावास के बाहर खड़ी कुछ बड़ी गाड़िया देखि, जिसे देख हमें लगा की शायद चुनाव के चलते यहाँ निर्वाचन अधिकारी और कर्मचारियों में लिए रुकने रहने की व्यवस्था की गई है. लेकिन अंदर जाकर हमने जब वहाँ उपस्थित लोगों से चुनाव निर्वाचन संबधी जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने बड़ा ही बेतुका जवाब देते हुए कहा की ऊपर से आदेश के चलते हम यहाँ रुके है, अगर आपको कुछ परेशानी है तो छात्रावास अधीक्षक से बात करें हमें बेवजह परेशान ना करें. लेकिन छात्रावास अधीक्षक ने हमें देखते ही उनकी जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया. और कहा कि ये मात्र 2 हेतु रुकने के लिए आये थे, लेकिन विगत कई दिनों से यही पड़े हुए हैं, बार-बार जाने को कहने पर भी नहीं जा रहे. इसके पहले भी सरायपाली, बसना से कुछ पत्रकार आये थे जो मामला यहीं रफा-दफा कर चले गए.

हालाकि इस संबंध में छात्रावास अधीक्षक ने पुलिस मे इनके विरुद्ध कोई शिकायत नहीं की शायद गर्मी की छुट्टियों में छात्रावास को धर्मशाला बनाकर अधीक्षक मलाई खा रहे थे.

वहीं हमारे वीडियो बनाये जाने के बाद कलाकारों ने छात्रावास तो खाली कर दिया, लेकिन ऐसे में सवाल यह है कि आखिर कौन इन्हें यहाँ रुकने हेतु संरक्षण दे रहा था, क्या ऐसे ही अब शिक्षा विभाग गर्मी की छुट्टियों में छात्रावास को धर्मशाला बनाने लगेगा. या फिर कार्यवाही करेगा उन शिक्षक पर ... ? यह घटना बसना विकासखंड अंतर्गत उड़ेला स्थित अनु. जनजाति बालक छात्रावास की है.




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