जोबी कॉलेज में साइबर क्राइम जागरूकता कार्यशाला- बताए गए ऑनलाइन ठगी से बचाव के उपाय
खुद भी जागें और दूसरों को भी जगाएं- सीएसपी साइबर
शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी-बर्रा में मंगलवार को आयोजित साइबर क्राइम जागरूकता कार्यशाला में सीएसपी साइबर सेल अभिवन उपाध्याय ने अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य, जिला, विकासखंड और विशेषकर ग्रामीण अंचल में होने वाली ऑनलाइन ठगी के बारे में छात्र-छात्राओं को विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को साइबर अपराधों से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करना था। साथ में उन्होंने प्रत्येक विद्यार्थी को स्वयं के बचाव व सुरक्षा के साथ अपने जैसे कम से 30 को और जागरूक करने की ओर लक्षित किया।
कार्यशाला की शुरूआत में अतिथि एवं मुख्य मार्गदर्शक के रूप में पधारे डीएसपी श्री उपाध्याय सहित उनके दल का विद्यार्थियों ने स्वागत किया। तत्पश्चात प्राचार्य श्री रविन्द्र कुमार थवाईत ने विद्यार्थियों को कार्यशाला को गंभीरता से लेने की अपील करते हुए इसके उद्देश्य पर सारांश में प्रकाश डाला। बढ़ते क्रम में समय न गंवाते हुए जिले में साइबर क्रिमन्ल्स पर नकेल कस कर छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन ठगी कर अन्य राज्यों छिपे बैठे तकरीबन 75 से अधिक अपराधियों और ऐसे गिरोहों को धर दबोचने वाले श्री उपाध्याय ने सेक्सटॉर्शन कॉल्स में अश्लील वीडियो कॉल रिकॉर्डिंग के माध्यम से ब्लैकमेलिंग, व्हाट्सएप प्रोफाइल ट्रैकिंग से प्रोफाइल की जानकारी का दुरुपयोग, सोशल मीडिया अकाउंट्स, पब्लिक पोस्ट और ईमेल प्रोफाइल आदि में लापरवाही के चलते पैसे की अवैध वसूली, ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स में हैकिंग के माध्यम से होने वाले फ्रॉड, अनजान कॉल में पुलिस या बैक का अफसर बता कर ओटीपी मांग अपराध करने वालों सहित अन्य ऑनलाइन अपराधों के बारे में विस्तारपूर्वक बतलाया।
उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट्स में अनजान लोगों से बातचीत के दौरान निजी तस्वीरें शेयर न करने और किसी भी अनाधिकृत लिंक को ओपन नहीं करने की हिदाय दी साथ ही साइबर क्राइम की ठगी का शिकार होने के कारणों मुख्य रूप से जागरूकता का अभाव, लापरवाही और लालच जैसे कारणों से दूर रहने के उपाए बतात हुए हाल ही में तमनार में एक रिटायर्ड अफसर द्वारा सेबी की जगह फेसबुक के किसी फ्रॉड द्वारा लाखों की ठगी का शिका बनने जैसे ढ़ेरों उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों को अवेयर किया। अंत मे उन्होंने ऑनलाइन ठगी से बचने के उपाय बताते हुए सभी विद्यार्थियों को शपथ दिलाई। उल्लेखनीय है कि इस दौरान साइबर सेल से प्रधान आरक्षक दुर्गेश सिंह, आरक्षक नवीन शुक्ला व जोबी चौकी से चौकी प्रभारी अशोक रात्रे, प्रधान दशरथ लाल सिदार, आरक्षक सुरेन्द्र बंशी एवं राजेन्द्र राठिया का योगदान सराहनीय रहा। जोबी महाविद्यालय से सहायक प्राध्यापक वीपी पटेल, सुरेन्द्र पाल दर्शन एवं योगेन्द्र राठिया सहित संलग्न अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
साइबर स्लीपः एक नई चुनौती
डीएसपी उपाध्याय ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे फ्रॉड के बारे में बताया जिसमें भारतीयों को विदेश की बड़ी कंपनियों में मोटी रकम की नौकरी या काम दिलाने का लालच देकर फंसाया जाता है। बाद में अपराधी एजेंटों द्वारा थाइलैंड जैसे देशों में बिना वीजा और दस्तावेज चुपचाप भेज दिया जाता है और पीड़ितों को गुप्त स्थान में कैद कर टॉर्चर किया जाता है साथ ही गलत कार्य करने के लिए मजबूर किया जाता है।
बचाव के उपायः-
सतर्कताः किसी भी अनजान कॉल या मैसेज का तुरंत जवाब न दें।
ओटीपी सुरक्षाः किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ ओटीपी साझा न करें।
शिक्षा और जागरूकताः साइबर क्राइम के बारे में जागरूकता फैलाएं और दूसरों को भी सतर्क करें।
सेक्सटॉर्शन कॉल्स से बचावः
अनजान नंबर से आने वाली कॉल्स को नजरअंदाज करें
किसी भी प्रकार की अश्लील सामग्री को तुरंत डिलीट करें।
साइबर फ्रॉड हाने पर दूरभाष नम्बर 1930 अथवा 9479281934 पर तुरंत सूचित करें।
सोशल मीडिया सुरक्षाः
अपनी प्रोफाइल को प्राइवेट रखें।
अनजान लोगों से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
नियमित रूप से पासवर्ड बदलें।
अनजान लोगों से जानकारी साझा न करें।
ओटीपी सुरक्षाः
किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ ओटीपी साझा न करें।
बैंकिंग और अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए दो-स्तरीय प्रमाणीकरण का उपयोग करें।