महासमुंद : कलेक्टर ने ली राजस्व अधिकारियों की बैठक
राजस्व प्रकरणों के निराकरण में कसावट पर जोर
लोकहित के लिए राजस्व अधिकारी कार्य करें - कलेक्टर लंगेह
महासमुंद : कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने आज यहां शाम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने शासन की योजना के क्रियान्वयन और राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति और राजस्व कामकाज की समीक्षा की। कलेक्टर ने राजस्व विभाग को महत्वपूर्ण और संवेदनशील बताते हुए अधिकारियों को पूरी गंभीरता और प्राथमिकता से काम को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी अपने मूलभूत कार्य को गंभीरता से पूर्ण करें। लोकहित और जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनके कार्य समय सीमा में निपटाएं। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नम्रता चौबे (आईएएस), अपर कलेक्टर रवि कुमार साहू, रविराज ठाकुर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व उमेश कुमार साहू, हरिशंकर पैकरा, सृष्टि चंद्राकर, डिप्टी कलेक्टर आशीष कर्मा सहित तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार मौजूद थे।
कलेक्टर लंगेह ने समीक्षा बैठक में कहा कि राजस्व अधिकारी शासन के कल्याणकारी योजनाओं के सकारात्मक परिणाम सुनिश्चित करें। ताकि इसका लाभ लक्षित वर्गों को मिल सकें। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशानुरूप राजस्व विभाग के योजनाओं का क्रियान्वयन कर लक्ष्य समय पर पूरा करें। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग की योजनाओं से पात्र लाभान्वित हो यह सुनिश्चित करें। उन्होंने अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों और तहसीलदारों से नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, वन अधिकार पत्र, भू-अर्जन, राजस्व वसूली सहित आम ग्रामीणों से जुड़े राजस्व प्रकरणों की विस्तार से जानकारी ली और शेष प्रकरणों को समय सीमा में समाधान के निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने निराकृत राजस्व प्रकरणों की जानकारी लेते हुए कहा कि जिन प्रकरणों का निराकरण राजस्व विभाग द्वारा कर लिया गया है। ऐसे प्रकरणों को रिकॉर्ड रूम में जमा करें। सभी तहसीलों में मॉडल रिकॉर्ड रूम भी बनवाएं ताकि रिकॉर्ड को बेहतर तरीके से रखा जा सके। उन्होंने कहा कि न्यायालयीन प्रकरणों को भी समय सीमा में पूर्ण करें। राजस्व विभाग के लोक सेवा गारंटी योजना के तहत जिन हितग्राहियों ने किसी कार्य के लिए आवेदन किए है, ऐसे आवेदनों या प्रकरणों को निर्धारित समय पर निराकृत करें। राजस्व पुस्तक परिपत्र के तहत् पात्र हितग्राहियां को लाभान्वित करें। इसके अलावा उन्होंने विवादित एवं अविवादित नामांतरण, बंटाकन, बंदोबस्त, त्रुटि सुधार, डायवर्सन, सीमांकन आदि की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की।
कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को आबकारी और खनिज विभाग के साथ मिलकर अवैध शराब बिक्री तथा खनिज के अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग अनुविभागीय अधिकारियों को संज्ञान में लाते हुए कार्रवाई करें और उनसे मदद लें। कलेक्टर ने वर्तमान में चल रहे धान खरीदी की भी समीक्षा की और उपार्जन केन्द्रों में आने वाले समस्याओं का तत्काल निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर ट्रस्ट अंतर्गत खेती करने वाले किसानों को केवल न्यूनतम समर्थन मूल्य की ही राशि मिलेगी। इसके लिए किसानों के बीच किसी तरह की भ्रम की स्थिति न रहें। बैठक में अन्य राजस्व प्रकरणों की भी व्यापक समीक्षा की गई।