महासमुंद : अवैध धान परिवहन व भण्डारण पर सतत कार्रवाई जारी
अभी तक 54 प्रकरण में 5 हजार से अधिक क्विंटल धान जप्त
182 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 18,830 किसानों से 91279.04 टन धान खरीदा गया
महासमुंद : कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर जिले में अवैध धान की तस्करी पर प्रभावी कार्रवाई तेज कर दी है। कलेक्टर लंगेह ने स्पष्ट निर्देश दिए है कि अवैध धान का परिवहन व भण्डारण करने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे मामलों में संबंधित वाहन, धान और तस्करी में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, धान के अवैध कारोबार में शामिल व्यापारियों पर भी जुर्माना लगाया जाएगा। निर्देशानुसार बिना उचित दस्तावेजों और अनुमति के धान परिवहन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है और ऐसे परिवहन को तुरंत जब्त किया जा रहा है।
इसी क्रम में 26 नवम्बर को अवैध धान भण्डारण एवं रबी फसल धान का विक्रय करने वाले 4 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई। जिसमें कुल 331 बोरा (132.40 क्विंटल) धान जप्त किया गया। कार्रवाई के दौरान महासमुंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम धनसुली के महेश कुमार यादव से 30 बोरा, पिथौरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम लिमदरहा के धनीराम नायक से 61 बोरा तथा बसना विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम आमापाली के आनंद साव से 90 बोरा, ग्राम पुरुषोत्तमपुर के हिरामोती बरिहा से 150 बोरी धान जप्त किया गया।
54 प्रकरण में 5 हजार से अधिक क्विंटल धान जप्त
जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि राजस्व, मंडी, खाद्य विभाग द्वारा जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में अवैध धान परिवहन के विरुद्ध 9 नवम्बर से कार्रवाई की जा रही है। 26 नवम्बर तक कुल 54 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई हैं। जिसमें एक प्रकरण अंतर्राज्यीय तथा 53 प्रकरण राज्यीय है। कार्रवाई में 12779 बोरा धान (5098.6 क्विंटल) जप्त किया गया है। इस दौरान अवैध धान परिवहन में संलिप्त 04 वाहनों को भी जप्त किया गया है।
अब तक 91279.04 टन धान खरीदा गया
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी अभियान तेजी से चल रहा है। नोडल अधिकारी आशीष शर्मा ने बताया कि 26 नवंबर तक 182 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 18,830 किसानों से 91279.04 टन धान खरीदा गया, जिसमें 19496.00 करोड़ रुपये की राशि किसानों को वितरित की गई। उन्होंने बताया कि जिले के उपार्जन केन्द्रों में 84 लाख 12 हजार से अधिक बारदाना प्राप्त हुआ है। जिसमें 58 लाख 84 हजार 758 नया बारदाना है। एक लाख 22 हजार 124 बारदाना मिलर से प्राप्त, 13 लाख 69 हजार 846 पीडीएस से प्राप्त तथा किसानों से एक लाख 22 हजार 249 बारदाना प्राप्त हुआ है। 24 लाख 78 हजार 482 बारदाने का उपयोग उपार्जन केन्द्रों में किया जा रहा है। अभी 59 लाख 33 हजार 756 बारदाना शेष है।