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महासमुंद : स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय में मनाया गया जनजातीय गौरव स्मृति समारोह

27 नवंबर 2024 को महाविद्यालय के सभागार कक्ष क्रमांक 01 में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत के थीम पर कार्यकारी प्राचार्य रवि देवांगन की अध्यक्षता तथा कार्यक्रम संयोजक तरुण कुमार बाँधे के नेतृत्व में जनजातीय गौरव स्मृति कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में थान सिंह दीवान जी (सभापति, जनपद पंचायत बागबाहरा एवं जिला अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज महासमुंद), विशिष्ट अतिथि राधेश्याम ध्रुव (कार्यकारी अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज महासमुंद), अति विशिष्ट अतिथि त्रिलोकी ध्रुव (उपाध्यक्ष, जनपद पंचायत महासमुंद) तथा मुख्य वक्ता के रूप में गुलाब ठाकुर जी (समाजसेवी) अपनी गरिमामयी उपस्थित प्रदान किये। साथ ही महासमुंद क्षेत्र के अन्य समाजसेवी एवं सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कृष्ण कुमार सेन, खिलावन कंड्रा , मनीष नागवंशी, प्रांशु चंद्राकर, हर्ष पटेल, लवेश साहू, बलराम साहू तथा गिरजा शंकर सक्रिय रूप से उपस्थित थे।

देश की स्वतंत्रता में आदिवासी समाज के गौरवशाली योगदान के स्मरण हेतु प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के 15 नवंबर को प्रतिवर्ष मनाए जाने वाले जनजातीय गौरव दिवस के तारतम्य में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के राज्य स्तरीय पहल के तहत महाविद्यालय में आदिवासी समाज के उत्कृष्ट लोगों को आमंत्रित एवं सम्मानित कर विद्यार्थियों के बीच जागरूकता समारोह का आयोजन किया गया। जिसके तहत महाविद्यालय में आदिवासी समाज का ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान विषय पर रंगोली प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता तथा नृत्य का आयोजन किया गया।

आदिवासी दिवस की पृष्ठभूमि तथा महत्व पर प्रकाश डालते हुए महाविद्यालय के व्याख्याता निलेश कुमार तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वल के साथ भगवान बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती, वीर नारायण सिंह तथा भारत माता की तस्वीरों पर तिलक एवं पुष्प अर्पण कार्यक्रम के साथ समारोह का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित समाजसेवी गुलाब ठाकुर जी ने अतीत काल से आदिवासी समाज के व्यक्तियों द्वारा सामाजिक उत्थान, देश सेवा तथा स्वतंत्रता आंदोलन में किए गए सक्रिय भूमिका को याद दिलाया। उन्होंने अपने जोशीले बुलंद आवाज युक्त संभाषण से महाविद्यालय के युवाओं में उत्साह तथा रोमांच पैदा कर दिया।
तत्पश्चात राधेश्याम ध्रुव जी ने राज्यभाषा छत्तीसगढ़ी में अपना संदेश देते हुए जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा कि तीन ज (जल, जंगल और जमीन) को संरक्षित करने में जनजातीय समाज अनवरत प्रतिबद्ध है।

तत्पश्चात थान सिंह दीवान जी ने अपने आदिवासी पृष्ठभूमि की संक्षिप्त चर्चा करते हुए राज्य की जनसंख्या में लगभग एक तिहाई अनुपात में विस्तृत आदिवासी समाज के योगदान तथा सामाजिक व्यापकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार हमारे आदिवासी समाज वन संपदा को संरक्षित रखते हुए प्रकृति तथा प्राकृतिक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए हमारे समाज में घुला मिला हुआ है। उन्होंने महाविद्यालय के विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए उनके जीवन के उद्देश्यों की जानकारी लेते हुए संवाद भी किया। उन्होंने आदिवासी दिवस पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र एवं शील्ड वितरित कर सम्मानित किया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान श्रद्धा साहू, द्वितीय श्रेया तथा तृतीय हर्षिता लालवानी ने अर्जित किया। रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान भाविका व सीमा, द्वितीय स्थान वैशाली तथा तृतीय स्थान अल्फिया नूरी व हर्षिता लालवानी ने प्राप्त किया। समूह नृत्य में छायंगी चंद्राकर, भाविका साहू, कृष्णा नायक तथा हिमांशी निषाद के समूह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

अंत में महाविद्यालय परिवार की ओर से आदिवासी समाज के आमंत्रित सभी प्रतिष्ठित अतिथियों को शॉल, पादप तथा श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन जनजातीय गौरव कार्यक्रम की सहसंयोजक वाणिज्य विभाग की व्याख्याता सुमाधुरी दीवान किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के स्नातक प्रथम सेमेस्टर तथा स्नातक द्वितीय वर्ष के कला, वाणिज्य एवं विज्ञान संकाय के समस्त विद्यार्थी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में रवि देवांगन (सहायक प्राध्यापक -अर्थशास्त्र), तरुण कुमार बांधे ( सहायक प्राध्यापक- वाणिज्य), मुकेश कुमार सिन्हा (व्याख्याता कंप्यूटर एप्लीकेशन), हरिशंकर नाथ (व्याख्याता -राजनीति शास्त्र), निलेश कुमार तिवारी (व्याख्याता- गणित), सुमाधुरी दीवान (व्याख्याता -वाणिज्य) चित्रेश बरेठ ( व्याख्याता- रसायन विज्ञान), आलोक त्रिलोक हिरवानी (व्याख्याता - कंप्यूटर विज्ञान), डॉ. ग्लैडिस मैथ्यू (व्याख्याता समाजशास्त्र), संजय कुमार (व्याख्याता अंग्रेजी), त्रिपेश कुमार साहू (क्रीड़ा अधिकारी) तथा सावित्री अग्रवाल (ग्रंथपाल), शेषनारायण साहू (प्रयोगशाला तकनीशियन) आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु महाविद्यालय के कर्मचारी कौशल साहू तथा स्वच्छक देवकी ने सक्रिय भूमिका निभाई ।




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