महासमुंद : सफलता की कहानी : गरीब परिवार की नवजात पलक को मिला नया जीवन
इस योजना के तहत पात्र व्यक्तियों का एक कार्ड बनता है, जिसके अंतर्गत वे अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। जिले के नागरिकों को भी आयुष्मान भारत योजना का निःशुल्क लाभ मिल रहा है। आयुष्मान योजना से महासमुंद ब्लॉक के ग्राम बेलसोंडा के निवासी प्रकाश यादव और उनके परिवार के लिए आयुष्मान भारत योजना किसी वरदान से कम साबित नहीं हुई।
इस योजना ने न केवल उनकी नवजात बच्ची पलक की जान बचाई बल्कि उन्हें आर्थिक संकट से भी उबारा। प्रकाश यादव की बेटी का जन्म 14 सितंबर 2023 को रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में हुआ। बच्ची का जन्म समय से पहले हुआ था, जिसके कारण उसकी स्थिति गंभीर हो गई। डॉक्टरों ने तुरंत गहन चिकित्सा की सलाह दी। बच्ची को रायपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उसे नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया। इलाज लंबा चला, लगभग 45 दिनों तक, और इसका कुल खर्च 2.75 लाख रुपये तक पहुंच गया।
प्रकाश यादव गरीब परिवार से हैं और कृषि मजदूरी पर निर्भर हैं उनके लिए इतनी बड़ी राशि जुटाना नामुमकिन था। यही वह समय था जब आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ने उनका सहारा बनकर उनकी मदद की। पात्र होने से योजना के तहत उन्हें बच्ची का पूरा इलाज मुफ्त में उपलब्ध हुआ। प्रकाश ने अपनी बच्ची पलक को नई जिंदगी मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा “आयुष्मान भारत योजना के बिना मेरी बच्ची का इलाज संभव नहीं था। इस योजना ने हमें जीवनदान दिया है। मैं प्रधानमंत्री जी और छत्तीसगढ़ सरकार का तहेदिल से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने गरीब परिवारों के लिए इतनी बड़ी सुविधा दी है।” आयुष्मान भारत योजना की सफलता और इसके दूरगामी प्रभावों का प्रमाण है। प्रकाश यादव का परिवार अब इस योजना का प्रचार-प्रसार कर अन्य लोगों को भी इसके लाभ उठाने के लिए प्रेरित कर रहा है।