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महासमुंद : किशोरी बालिकाओं और महिलाओं की व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए सेनेटरी पैड उपयोग की जागरूकता के लिए डॉ. एकता लंगेह की विशेष पहल

किशोरी बालिकाओं और महिलाओं के बीच पहुंचकर सेनेटरी पैड का वितरण कर स्वच्छ रहने का दे रही संदेश

किशोरी बालिकाओं और महिलाओं के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता को महत्वपूर्ण मानते हुए उन्हें मासिक धर्म के बारे में सेनेटरी पैड की महत्ता को बताने समाज सेवी डॉ एकता लंगेह ने विशेष पहल करते हुए अभियान चलाया है। इस दौरान वे किशोरी बालिकाओं और महिलाओं के बीच पहुंचकर सेनेटरी पैड का निःशुल्क वितरण भी करती है। अभी तक 1500 सेनेटरी पैड का निःशुल्क वितरण डॉ. एकता लंगेह द्वारा किया गया है। गत दिवस महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्थानीय शंकराचार्य भवन में सोमवार को महिला दिवस कार्यक्रम, खैरा एवं ग्राम अमलोर में महिला सम्मेलन के दौरान सेनेटरी पैड की आवश्यकता और उपयोग पर उन्होंने बालिकाओं और महिलाओं को जागरूक किया। 

समाज सेवी डॉ. एकता लंगेह का मानना है कि महिलाओं को अपने स्वास्थ के लिए खुद ही सजग रहना होगा। कार्यक्रम के दौरान वे सेनेटरी पैड की उपयोगिता बताते हुए कहती है कि महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं के मासिक धर्म के समय गंदा कपड़ा उपयोग करने के कारण होने वाले बीमारी के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। साथ ही एक परिवार में सुरक्षित माहौल बनाने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। ताकि एक किशोरी बालिका माहवारी की पीड़ा को अपने पिता या भाई को भी आसानी से बता सके और उन्हें डॉक्टरी इलाज मिल सके। उन्होंने कहा कि यह एक शारीरिक प्रकिया है, जिसमें भेदभाव नहीं करना चाहिए साथ ही साथ हमें अपने आसपास लोगों को भी मासिक धर्म के प्रति फैली भ्रांति से जागरूक करना चाहिए और मासिक धर्म के समय सेनेटरी पैड का उपयोग करना चाहिए। डॉ. एकता लंगेह ने सभी महिलाओं को शुभकामनाएँ देते हुए उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहने का संदेश दिया। इस अवसर पर स्वच्छता के प्रति संदेश देने के लिए महासमुंद के शंकराचार्य भवन में महिलाओं को एक ही दिन में 800 सेनेटरी पैड का वितरण किया। वे कहती है कि यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। जिले में सेनेटरी पैड के उपयोग को लेकर सभी सजग हो और बालिकाएं और महिलाएं बिना संकोच के इसका उपयोग कर सके।


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