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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर हो रहा देश, रक्षा निर्यात में हो रही वृद्धि : योगेश्वर राजू सिन्हा

महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे देश के विकास के संबंध में कहा है कि हमारा देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। विकास के हर क्षेत्र में देश अग्रणीय हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक समय हमारा देश रक्षा उत्पादों के लिए दुनिया के महाशक्ति देशों पर निर्भर था, लेकिन अब कुछ वर्षों में रक्षा आयात 21 प्रतिशत तक घटा लिया है। अर्थात आत्मनिर्भरता बढ़ी है। बीते 11 वर्ष में भारत के रक्षा निर्यात में 34 गुना वृद्धि हुई है। हम दुनिया के करीब 100 देशों में कुछ न कुछ रक्षा उत्पाद भेज रहे हैं।

अब हमने कई आधुनिक विमानों और हथियारों और मिसाइलों के निर्माण का काम तेजी से शुरू कर दिया है। आज भारत दूसरे देशों को अपने बनाए हथियार बेच रहा है। इस दौरान भारत का रक्षा आयात घटा है और निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। दुनिया की सबसे ताकतवर टॉप 10 सेनाओं में भारतीय वायुसेना का तीसरा स्थान है। हमने कई बड़े देशों को पीछे छोड़ दिया है। हमारे देश के ब्रह्मोस मिसाइल के अलावा आकाश एयर डिफेंस प्रणाली की भी दुनिया में काफी मांग है। हमारे देश का स्वदेशी जेट विमान तेजस पूरी दुनिया में धूम मचा रहा है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों ने इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। रक्षा उपकरणों का सबसे बड़ा निर्यातक अमेरिका भी पूरी तरह भारत में विकसित इस लड़ाकू विमान में दिलचस्पी दिखा रहा है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और फिलीपींस समेत देशों ने भारत के हल्के लड़ाकू विमान तेजस में रुचि दिखाई है। वहीं मलेशिया पहले ही इस विमान को खरीदने की तैयारी में है।

ऑपरेशन सिंदूर का पड़ रहा प्रभाव

विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने पाकिस्तान के खिलाफ किए गए ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में देश ने जो अपनी ताकत दिखाई है, उससे हमारा रक्षा निर्यात और अधिक बढ़ जाएगा। देश में लगभग 100 कंपनियां रक्षा उत्पादों का निर्यात कर रही हैं। देश के डिफेंस सिस्टम एवं सेना की ताकत पूरी दुनिया ने देखी है।

रक्षा बजट में हो रही वृद्धि

विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने बताया कि वर्ष 2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने तब से रक्षा बजट का आकार हर साल बढ़ रहा है। केंद्र सरकार ने साल 2024-25 के लिए रक्षा बजट हेतु 6.21 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले वित्तीय वर्ष में आवंटित 5.94 लाख करोड़ रुपये से 4.3 प्रतिशत अधिक है। इस प्रकार हर साल रक्षा बजट में बढ़ोत्तरी कर देश की रक्षा प्रणाली को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है।

दुनिया में भारत के रक्षा उत्पादों की बढ़ रही मांग

दुनियाभर में भारतीय रक्षा उत्पादों की मांग बढ़ रही है। भारतीय मिसाइलों की मांग जोर पकड़ने लगी है। इनमें सबसे खास मिसाइल या मिसाइल रक्षा प्रणाली ब्रह्मोस, आकाश और पिनाक है। भारतीय विमानों की मांग भी बढ़ रही है। इनमें डोनियर-228 एलसीए तेजस शामिल है। भारतीय बख्तरबंद वाहनों की मांग भी हो रही है। टैंक परिवहन के विभिन्न मॉडल दुनिया में बिक रहे हैं। भारतीय पनडुब्बी, युद्धपोत तेज इंटरसेप्टर बोट, हल्के टॉरपीडो को भी दुनिया के अनेक देश खरीद रहे हैं।



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