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महासमुंद : अंग्रेजी और भौतिकी विषय के शिक्षक मिलने से विद्यार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि

शिक्षकों की नियमित और आवश्यक पदस्थापना से शैक्षणिक गुणवत्ता में व्यापक सुधार संभव है। इसका उदाहरण है बागबाहरा विकासखंड अंतर्गत शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल घुंचापाली, जहाँ शिक्षक अभाव की समस्या युक्तियुक्तकरण नीति के माध्यम से दूर कर दी गई है। परिणामस्वरूप विद्यालय में शैक्षणिक माहौल में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है।

पूर्व में अंग्रेजी और भौतिकी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक न होने से विद्यालय में बच्चों के प्रवेश निरंतर घट रहे थे। यहाँ तक कि कई अभिभावक अपने बच्चों को अन्य विद्यालयों में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर हो गए थे,किंतु शासन की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत इस विद्यालय में अंग्रेजी विषय के व्याख्याता संजय गिरी गोस्वामी और भौतिकी विषय के व्याख्याता तिर्की मैडम की पदस्थापना से शैक्षणिक गतिविधियाँ पुनः सशक्त हुई हैं।

जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे ने आज विद्यालय का निरीक्षण कर इस बदलाव की सराहना की। उन्होंने कक्षाओं का भ्रमण कर बच्चों से सीधा संवाद किया और अध्यापन की गुणवत्ता का अवलोकन किया। लहरे ने कहा कि शिक्षकों की पर्याप्त उपलब्धता से बच्चों में सीखने की रुचि और विद्यालय में उपस्थिति दोनों में तेजी से वृद्धि होती है।

विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य के. आर. चंद्राकर ने बताया कि पहले कक्षा 9 में बच्चे प्रवेश नहीं ले रहे थे और पूर्व में प्रवेशित छात्र भी स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) लेकर अन्यत्र चले जाते थे। लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है। वर्तमान शैक्षणिक सत्र में 05 जुलाई 2025 तक कक्षा 9 में 48 विद्यार्थियों का प्रवेश हो चुका है और विद्यालय की कुल दर्ज संख्या 87 विद्यार्थियों तक पहुँच गई है।

निरीक्षण के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी ने शिक्षकों से भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बच्चों के सीखने की गति, पढ़ाई के तरीके और अभिभावकों की भागीदारी पर जानकारी ली। उन्होंने शिक्षकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए पूर्ण शिक्षक बल और रचनात्मक शैक्षणिक वातावरण जरूरी है।

जिला शिक्षा अधिकारी ने यह भी आश्वस्त किया कि विद्यालय में आवश्यक भौतिक संसाधनों की पूर्ति के लिए शिक्षा विभाग हरसंभव सहयोग करेगा। उन्होंने विद्यालय में चल रहे सुधार कार्यों की सराहना भी की। निरीक्षण के समय बागबाहरा के सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री रामता डे भी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि शासन की युक्तियुक्तकरण नीति का उद्देश्य विद्यालयों में शिक्षकों की असमान उपलब्धता को संतुलित करना है।जहाँ शिक्षक अधिक हैं वहाँ से कम शिक्षक वाले विद्यालयों में स्थानांतरण किया गया है।

इस प्रक्रिया से छोटे और ग्रामीण विद्यालयों को भी सक्षम शिक्षक मिलने का अवसर मिलता है।



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