
Kubota KNP-4W राईस ट्रांसप्लांटर, अब तकनीक से किसानों की रोपाई हुई आसान, जाने कीमत और खासियत
कृषि भारत के अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है, जो भारत में ग्रामीण से लेकर शहरों और विदेशों में लोगों की आजीविका का साधन बन रहा है. वहीँ अब बदलते जमाने के साथ देश के किसान भाई भी अब खेती में तकनीक का उपयोग कर रहे हैं, जिससे उनकी आय बढ़ने के साथ-साथ समय की भी बचत हो रही है.
देश के किसान अब कृषि में भी अपनी ज्ञान कौशल का उपयोग कर रहे हैं, मानसून के सीजन के साथ अब भारत में धान के खेती की शुरुआत हो चुकी है, धान की खेती मुख्यरूप से छत्तीसगढ़, ओड़िशा, झारखण्ड, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असाम, पंजाब, हरियाणा, आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में की जाती है.
वर्त्तमान में किसान धान जगाने हेतु रोपाई के कार्य में लगे हुए हैं, इस रोपाई के कार्य हेतु अब किसान पैडी ट्रांसप्लांटर की तकनीक का उपयोग कर रहे हैं. तो आज हम आपको एक ऐसी ही किसान पैडी ट्रांसप्लांटर या कहें राईस ट्रांसप्लांटर की मशीन के बारें में जानकारी देने वाले हैं, जिसका उपयोग आप भी कर अपने समय की बचत के साथ मुनाफा भी बढ़ा सकते हैं.
हम बात करेंगे आज Kubota KNP-4W राईस ट्रांसप्लांटर की, इस मशीन के माध्यम से आप 1 घंटे में 800 मिलीलीटर डीजल की खपत के साथ खेतों में रोपा लगा सकते हैं, करीब चार घंटों में 2 से 3 एकड़ में रोपा लगाया जा सकता है. जिसमे अतिरिक्त लेबर के खर्च करने की आवश्यकता नहीं है.
इसमें 4.3 HP का इंजन दिया गया है, इसमें 10 लीटर के इंधन रखने की क्षमता है, इसमें धान की रोपाई करने के लिए अलग-अलग तरीकों से कुल 5 सेटिंग दी गई है. इसमें जो गियर सिस्टम दिया गया है, वह भी किसानों के लिए आसानी से उपयोग में लाने हेतु ध्यान में रखकर दिया गया है. इसकी ख़ास बात यह है कि इसमें स्टार्टिंग सिस्टम भी पीछे ही दिया गया है, जिससे किसानों को बार-बार आगे जाने की जरुरत नहीं पड़ती है. यह कम रख रखाव के खर्च में, वजन में हल्का एवं आसानी से उपयोग में लाया जाने वाला किसानों का एक अत्याधुनिक यंत्र है.
कीमत की बात करें तो यह राईस ट्रांसप्लांटर मशीन 2.5 से तीन लाख रुपये के बीच में आता है, जिसमे अन्य-अन्य राज्यों में अनुदान की प्रक्रिया भी है, जिसके बाद यह किसानों को महज 1 लाख से 1.5 लाख रुपये तक में मिल सकता है. कृषि केंद्र, अथवा कोबोटा के विक्रेता से इसे ख़रीदा जा सकता है.