news

बसना : नगर में धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास, बजरंग दल और हिन्दू नेताओं के नाम फेंका गया आपत्तिजनक पर्चा, दी गई धमकी

बसना नगर में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. बसना में बीती रात हिंदूवादी संगठन से जुड़े तीन नेताओं सहित बजरंग दल के नाम पर आपत्तिजनक पर्चा फेका गया है, इस पर्चे में बजरंग दल और अन्य संगठनों के नेताओं के बारें में अपशब्द, अश्लील गालियाँ, और धमकी दी गई है. जिससे हिन्दू संगठन अत्यंत ही आक्रोशित है.

इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई है, और गालियों से भरा पर्चा भी दिखाया गया, पर्चा लिखने वाला व्यक्ति खुद को उत्तर प्रदेश का पठान बता रहा है. और अकेले नेताओं को मारने की धमकी दे रहा है.

यह धमकी बजरंग दल के प्रखंड अध्यक्ष नीरज दास, भारतीय युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर और हिन्दू संगठन से जुड़े अमित अग्रवाल को दी गई है. पर्चा में घर की महिलाओं के बारें में भी अत्यंत अपशब्द लिखे गए हैं.

वहीँ मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, जहाँ पर्चा फेका गया था. उक्त स्थान पहुंचकर पुलिस ने आसपास के जगहों की तलाशी ली.

संदेह जताए जाने पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आये कुछ लोगों के घरों में पूछताछ की, जिसमे किसी का कोई पता नहीं चल सका, पुलिस मामले की छानबीन कर आरोपी तक पहुँचने का प्रयास कर रही है.

यह पर्चा जहाँ फेका गया है वह नगर के वार्ड क्रमांक 15 के अंतर्गत आता है, जहाँ उत्तरप्रदेश, बंगाल और बिहार से आये कई मुश्लिम समुदाय के लोग देखे जा सकते हैं, इन वार्ड में आये दिन इनकी जनसँख्या बढ़ रही है. साथ ही शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर ये अपना घर दूकान बसा रहे हैं.

वार्ड क्रमांक 15 में स्थिति ऐसी हो गई है की यहाँ स्थानीय लोगों की अपेक्षा बहार के अन्य राज्य से आये लोगों की जनसँख्या अधिक हो गई, वार्ड क्रमांक 15 के जिस घर में यह पर्चा फेका गया वह युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष का घर है, अब वह यहाँ खुद को हिन्दू होने के बावजूद अल्पसंख्यक महसूस करते हैं. इस वार्ड में शासकीय दीवार, बिजली के खम्बों पर दूर-दूर तक धार्मिक तोरण भी लगा दिए हैं, जबकि यह कानून के खिलाफ है.

वैसे तो नगर में कोई विशेष पर्व या त्यौहार आने पर शांति समिति की बैठक के साथ सभी धर्म के लोग शहीद वीरनारायण सिंह चौक और उसके आस-पास धार्मिक तोरण और झंडे लगाते हैं, जो कि अस्थायी होते हैं, त्यौहार पर्व समाप्त होने के बाद इन्हें हटा दिए जाते हैं. लेकिन कई शासकीय जगह अब भी ऐसे हैं जहाँ कई महीने, वर्षों से धार्मिक झंडे लगा दिए गए हैं, जिसकी वजह से नगर में लगातार विवाद की स्थिति बनती है.

हर कोई विशेष पर्व या त्यौहार आने पर अपना झंडा विशेष स्थान पर लगाना चाहता है, इसके बाद कुछ झंडे तो हट जाते हैं, लेकिन कुछ को स्थायी कर दिए जाते हैं तो भविष्य में विवाद का कारण बनता है.

नवरात्र पर्व होने के कारण नगर के शहीद वीर नारायण सिंह चौक पर हिन्दुओं द्वारा भगवा झंडा और तोरण लगाया गया है, तो वहीँ नगर में स्थित नव निर्मित गौरव पथ में जनपद चौक के आगे इस्लामिक झंडे दिखाई दे रहे हैं. वर्त्तमान में तो त्यौहार समाप्त हो चुके हैं, लेकिन शासकीय स्थानों पर अब भी झंडे तोरण दिखाई दे रहे हैं.

तो वहीं नगर की बात करें तो यहाँ के बाजार पड़ाव में धार्मिक झंडे को लेकर कई बार विवाद होते रहता है, बताया जाता है इस बार नवरात्रि में बाजार पड़ाव में भगवा झंडा लगाया गया था, लेकिन धार्मिक सौहार्द बिगड़ने के डर से प्रशासन ने इसे उतरवा दिया.

वर्तमान में इन दिनों देश में “आई लव मोहम्मद” के बैनर पोस्टर कानपुर से लेकर बरेली फिर कई अन्य नगरों में भी देखे गए. इसका असर बसना नगर के कुछ युवाओं के सोशल मीडिया में भी देखने को मिला, नगर में भी कुछ व्यक्तियों द्वारा ऐसे पोस्ट डालकर माहौल ख़राब करने का प्रयास किया जा चूका है. हिंदू त्योहारों के आसपास धार्मिक भावनाओं को भड़काने का ऐसा प्रयास आखिर क्यों किया जा रहा है ? क्या यह किसी तरह की कोई सोची समझी साजिश है ?  


अन्य सम्बंधित खबरें