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महासमुंद : प्रतियोगिता से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सहयोग की भावना का विकास होता है - सांसद रूपकुमारी चौधरी

जिले में 25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन आज सासंद रूपकुमारी चौधरी के मुख्य आतिथ्य में जिला मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में हुआ। कार्यक्रम का समापन खिलाड़ियों द्वारा आकर्षक मार्च पास्ट के साथ किया गया। 

इस अवसर पर स्कूली छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई। विजेता खिलाड़ियों को सांसद  रूपकुमारी चौधरी द्वारा कप और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। 

साथ ही समस्त कोच एवं प्रतियोगिता में भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग ने ओवर ऑल चैंपियन का खिताब हासिल किया। 

द्वितीय स्थान रायपुर संभाग को मिला। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष  मोंगरा पटेल, स्काउट गाइड के राज्य आयुक्त  इंद्रजीत खालसा, छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष  चंद्रहास चंद्राकर, स्काउट गाइड संघ के जिलाअध्यक्ष  येतराम साहू, जिला हैण्डबाल संघ के अध्यक्ष  प्रदीप चंद्राकर एवं कलेक्टर विनय कुमार लंगेह मौजूद थे।

समापन अवसर पर सांसद रूपकुमारी चौधरी ने सभी खिलाड़ियों को टीम भावना के साथ खेलने और प्रतियोगिता से जुड़े सभी अधिकारी-कर्मचारी, प्रशिक्षकों, निर्णायकों को इस सफल आयोजन के लिए बधाई दी।

 उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और सहयोग की भावना का विकास होता है, जो जीवन के हर क्षेत्र में सफलता का आधार बनती है।

 क्योंकि खेल केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक और नैतिक रूप से भी हमें सशक्त बनाते हैं। आप सभी ने अपनी प्रतिभा और कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में आप में से कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे राज्य और देश का नाम रोशन करेंगे। 

उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर से सांसद खेल महोत्सव का आयोजन भी किया जा रहा है। जिसमें पूरे संसदीय क्षेत्र में लगभग 50 हजार खिलाड़ियों का पंजीयन हो चुका है। प्रारंभिक दौर में क्लस्टर लेवल खेल से प्रतियोगिता का शुभारम्भ होगा।

 उन्होंने इस प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।स्काउट गाइड संघ के जिलाअध्यक्ष येतराम साहू ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बच्चों को पढ़ाई के अलावा मैदान पर खेलते देखना सुखद होता है।

 खेल का मैदान भी एक तरह की पाठशाला है। यहां हार और जीत से ज्यादा आवश्यक मैदान में उतरकर खेलना है। ये आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाते है। आप सभी ने खेल भावना, जोश और उत्साह के साथ इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिए और अनुशासन भी बनाए रखा यह वास्तव में एक सच्चे खिलाड़ी की पहचान है।


जिला हैण्डबाल संघ के अध्यक्ष प्रदीप चंद्राकर ने कहा कि राज्य स्तरीय शालेय हैंडबाल प्रतियोगिता केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि यह हमारे विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का प्रतीक है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रत्येक खिलाड़ी ने यह साबित किया है कि समर्पण, मेहनत और टीम स्पिरिट के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।

 मैं विशेष रूप से उन खिलाड़ियों की सराहना करता हूँ जिन्होंने कठिन परिश्रम कर यहां तक का सफर तय किया। विजेता टीमें निश्चित ही बधाई की पात्र हैं, लेकिन असली विजेता वे सभी खिलाड़ी हैं जिन्होंने मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। 

क्योंकि खेल का असली अर्थ जीत या हार में नहीं, बल्कि खेल भावना में छिपा होता है। उन्होंने आयोजन समिति, शिक्षकों, निर्णायकों और सभी सहयोगियों को आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न होने पर बधाई दी।कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आप आने वाले वर्षों में राज्य और देश का नाम रोशन करें। 

उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता केवल प्रतिभा का मंच नहीं, बल्कि यह हमारी युवा पीढ़ी में टीमवर्क, आत्मविश्वास और नेतृत्व की भावना विकसित करने का माध्यम भी है। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में 5 जोन से 320 खिलाड़ी शामिल हुए।

 इन खिलाड़ियों के ठहरने के लिए 6 स्थानों पर आवास की उचित व्यवस्था की गई थी। साथ ही खिलाड़ियों को आवास से खेल मैदान तक लाने ले जाने के लिए बस की व्यवस्था की गई थी। उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए सभी कोच, खिलाड़ियों एवं संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों की सराहना की।

प्रतियोगिता के समापन अवसर पर पूर्व राज्य युवा आयोग के सदस्य प्रशांत श्रीवास्वत, पूर्व पार्षद  महेन्द्र सिक्का, मीना वर्मा,  आनंद साहू,  राकेश चंद्राकर,  हनीश बग्गा, मुन्ना साहू, जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे, सहायक संचालक  सतीश नायर,  एन.के सिन्हा एवं स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, खेल से संबंधित अधिकारी-कर्मचारी, खिलाड़ी और खेल प्रेमी जन मौजूद थे।

प्रतियोगिता का अंतिम परिणाम
कबड्डी 19 वर्ष बालक वर्ग में विजेता बिलासपुर, उप विजेता दुर्ग, तृतीय रायपुर व बालिका वर्ग में विजेता बिलासपुर, उप विजेता दुर्ग एवं तृतीय बस्तर रहा। इसी प्रकार हैंडबॉल 17 वर्ष बालक वर्ग में विजेता रायपुर, उप विजेता बस्तर एवं तृतीय स्थान दुर्ग जोन ने हासिल किया तथा रग्बी 17 वर्ष बालक वर्ग में विजेता बिलासपुर, उप विजेता बस्तर व तृतीय रायपुर एवं बालिका वर्ग में विजेता बिलासपुर, उप विजेता बस्तर एवं तृतीय स्थान दुर्ग का रहा।

विदित है कि 06 से 09 अक्टूबर तक आयोजित इस प्रतियोगिता में बस्तर, बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर, सरगुजा सहित कुल 5 जोन से कुल 320 खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। प्रतियोगिता में कुल 03 खेल शामिल किए गए थे। जिसमें कबड्डी में 19 वर्ष बालक/बालिका, हैंडबाल में 17 वर्ष बालक एवं रग्बी में 17 वर्ष बालक/बालिका कुल 200 बालक एवं 120 बालिका खिलाड़ियों ने भाग लिया


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