कलेक्टर ने गर्मी फसल क्षतिपूर्ति राशि की स्वीकृति दी, बसना अंचल के किसानों में दिखी खुशी की लहर
सी डी बघेल। बीते गर्मी के मौसम में हुई बेमौसम बारिश और आंधी-तूफान के कारण जिले के अधिकांश किसानों की रवि फसल बर्बाद हो गई थी। खेतों में लगी फसल लगभग 80 प्रतिशत तक नष्ट हो जाने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। इस नुकसान की भरपाई के लिए ग्राम छांदनपुर और खेमड़ा सहित कई गांवों के किसानों ने शासन-प्रशासन से बार-बार आपदा राहत राशि (क्षतिपूर्ति) की मांग की थी, लेकिन तहसील स्तर पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पा रही थी। किसानों ने आखिरकार अपनी मांगों को लेकर जिलाधीश महासमुंद के समक्ष पहुंचकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। किसानों के द्वारा बताया गया कि गर्मी के दौरान हुई बेमौसम बारिश और तूफान से उनकी मेहनत की पूरी फसल चौपट हो गई है। किसानों की वास्तविक समस्या को समझते हुए अंततः कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने किसानों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए तत्काल संज्ञान में लिया । आवश्यक वैधानिक कार्रवाई के पश्चात उन्होंने फसल क्षतिपूर्ति राशि की स्वीकृति प्रदान करते हुए तहसीलदार को आवश्यक आवंटन के निर्देश दिए। इस निर्णय से किसानों में अत्यधिक हर्ष और उत्साह का माहौल है।
किसानों ने बताया कि यह राहत उन्हें लंबी जद्दोजहद के बाद मिली है। शासन से इस निर्णय की प्रतीक्षा में वे महीनों से प्रयासरत थे। गौरतलब है कि इस विषय पर किसानों का पक्ष मजबूती से भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष दुबे लाल साहू के मार्गदर्शन में, मंडल अध्यक्ष (ग्रामीण) दिग्विजय साहू के नेतृत्व में तथा जिला उपाध्यक्ष जगदीश पटेल के सहयोग से रखा गया। किसानों में प्रमुख रूप से बलिराम पटेल, तुलसी प्रसाद पटेल, चित्रसेन पटेल, टीकाराम पटेल, लखेश्वर पटेल, कन्हैया पटेल, उदयराम पटेल, टेकलाल पटेल सहित अन्य किसानों ने भी जिलाधीश के समक्ष अपनी बात रखी। जिलाधीश महासमुंद द्वारा आपदा राहत राशि की स्वीकृति मिलने पर किसानों ने जिलाधीश का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शासन-प्रशासन के इस निर्णय से उनकी मेहनत का आज प्रतिफल मिला है।