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महासमुंद : भगवान बिरसा मुंडा जी की 150 वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने किया 02 बहुउद्देशीय केंद्र का वर्चुअल शुभारंभ एवं 13 छात्रावास का शिलान्यास

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुण्डा की 150वीं जयंती के अवसर पर आज जिले में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन जिला पंचायत के सभाकक्ष में किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नर्मदा ज़िले के डेडियापाड़ा से वर्चुअली जुड़कर संबोधित किया। उन्होंने बिरसा मुंडा के स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका और उनकी प्रेरणादायक विरासत का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस अवसर पर कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया गया।

जिला पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने छत्तीसगढ़ महतारी के तैल्य चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, बसना विधायक संपत अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष मोगरा पटेल, उपाध्यक्ष भीखम सिंह ठाकुर, नगरपालिका उपाध्यक्ष देवीचंद राठी, जनपद अध्यक्ष दिशा दीवान, जिला पंचायत सदस्य दुलारी सिन्हा, जनपद सदस्य विजय लक्ष्मी जांगड़े, नीलम दीवान, कलेक्टर विनय कुमार लंगेह एवं आदिवासी समाज के प्रतिनिधि मौजूद थे।

मुख्य अतिथि मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए अत्यंत गौरव, सम्मान और प्रेरणा का दिन है। हम यहां धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जी की 150 वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह दिवस आदिवासी समाज के स्वाभिमान, संघर्ष, त्याग और योगदान को स्मरण करने का पवित्र अवसर है। उन्होंने सभी को आदिवासी जननायक भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती की शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, हमारे गौरवशाली इतिहास के उस नायक का नाम है, जिन्होंने न केवल अपने समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष किया, बल्कि पूरे देश को स्वतंत्रता के संघर्ष में एक नई दिशा दी। उनके संघर्ष, उनकी वीरता, और उनकी अटूट संकल्पशक्ति ने हमें यह सिखाया कि यदि हमारा संकल्प मजबूत हो, तो कोई भी कठिनाई हमें रोक नहीं सकती। उन्होंने जल, जंगल, और जमीन की रक्षा के लिए अपने जीवन को समर्पित किया और आदिवासी समाज के लिए एक नई जागरूकता का संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा, जिन्होंने बहुत कम आयु में ही जनजातीय समाज को एकजुट करने, उनके अधिकारों की रक्षा करने, सामाजिक बुराइयों को दूर करने और धार्मिक सुधारों को बढ़ावा देने का महान कार्य किया। मात्र 25 वर्ष की आयु में अंग्रेजों की निर्मम यातनाओं के बीच उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए, लेकिन उनके विचार, उनका आंदोलन और उनकी आत्मा आज भी जनजातीय समाज की ताकत बनकर जीवित है। आदिवासी समाज उन्हें भगवान और धरती आबा के रूप में पूजता है— और यह सम्मान केवल श्रद्धा नहीं, बल्कि उनके असाधारण योगदान का प्रतीक है।

हम सभी इस बात पर गर्व कर सकते हैं कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिरसा मुंडा जी के जन्मवर्ष को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया। उनका यह निर्णय करोड़ों जनजातीय भाइयों-बहनों के आत्मसम्मान और पहचान को एक नई ऊँचाई प्रदान करता है।

हम सबको विश्वास है कि पीएम मोदी जी के उद्बोधन से हम सभी को नई दिशा, नई सोच और समाज के लिए निरंतर काम करते रहने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा जी की संस्कृति, विचारधारा और बलिदान को आत्मसात करते हुए हम सभी को समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए न्याय, समानता और विकास का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री के पाती का पठन भी किया।

महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के पावन अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मना रहे हैं। यह दिन हमारी आदिवासी अस्मिता, साहस, बलिदान और गौरवपूर्ण इतिहास का प्रतीक है। उन्होंने सभी को बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपने अदम्य साहस और दूरदर्शिता से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। उन्होंने अत्याचार, अन्याय और शोषण के खिलाफ खड़े होकर हमें यह संदेश दिया कि जनता की शक्ति सबसे बड़ी शक्ति होती है। उनके योगदान को देश सदैव सम्मान के साथ याद करता है। छत्तीसगढ़ की जनजातीय परंपराएँ, कला, संस्कृति, नृत्य और प्रकृति के प्रति समर्पित जीवनशैली हमें यह बताती है कि आदिवासी समाज हमारी भारतीय संस्कृति की आत्मा है।

बसना विधायक संपत अग्रवाल ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा जी का संघर्ष सिर्फ सामाजिक और आर्थिक शोषण के खिलाफ नहीं था, बल्कि यह अपनी संस्कृति, अधिकारों और अस्तित्व की रक्षा के लिए एक महाक्रांति थी। उनकी विरासत हमें सिखाती है कि अपनी जड़ों से जुड़कर, आत्म-सम्मान के साथ आगे बढ़ना ही सच्ची प्रगति है। आज हम इस जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर उनकी प्रेरणादायक शिक्षाओं को याद करते हुए यह संकल्प लें कि हम सभी मिलकर उनके सपनों को साकार करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे देश के राष्ट्रपति और प्रदेश के मुख्यमंत्री जनजाति समुदाय से है जिससे हमें गर्व का एहसास होता है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनजाति समाज की उन्नति और समृद्धि के लिए निरंतर कार्य किया जा रहे हैं ।

इस अवसर पर प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को मोमेंटो प्रदान किया गया। जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में पुष्पलता दीवान, डॉली, अंकिता मांझू को प्रदान किया गया। इसी तरह पीएम जनमन अंतर्गत 5 हितग्राहियों को पीएम आवास की सांकेतिक चाबी सौंपी गई। आदिवासी महिला एवं जय बूढ़ा देव महिला स्व सहायता समूह को डेढ़ लाख का चेक चक्रीय निधि अंतर्गत तथा श्रद्धा महिला एवं जय मां गायत्री महिला स्व सहायता समूह को 6 लाख रुपए का चेक सामुदायिक निवेश निधि अंतर्गत प्रदान किया गया। 5 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड वितरण किया गया। डेयरी फॉर्म स्थापना के लिए 2 हितग्राहियों को सहायता राशि 1 लाख 74 हजार रुपए का अलग- अलग चेक प्रदान किया गया। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के 2 परिवार एवं नक्सल प्रभावित 5 परिवारों को मोमेंटो प्रदान किया गया।

इस अवसर पर कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने बताया कि पिछले एक वर्ष में जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के विकास के लिए पीएम योजना के तहत 3025 हितग्राहियों का आधार कार्ड, 1887 का आयुष्मान कार्ड, 2102 का बैंक खाता, 3099 का राशन कार्ड एवं 1380 हितग्राहियों का सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र बनाया गया है। पी एम जनमन अंतर्गत 678 आवास, 26 सड़क, पेयजल, विद्युत आंगनबाड़ी की सुविधा दी गई है। साथ ही धरती आबा कार्यक्रम अंतर्गत 308 ग्रामों में विलेज एक्शन प्लान ग्रामीणों द्वारा तैयार किया गया है। महासमुंद जिला जनजाति विकास के लिए संकल्पित है।

इससे पूर्व मंत्री गुरु खुशवंत साहेब एवं विधायकगणों ने जिला स्तरीय कार्यक्रम में विभागवार विभागीय गतिविधियों के लिए लगाए गए स्टॉल्स का अवलोकन किया। इस दौरान स्व सहायता समूह के स्टॉल का अवलोकन करते हुए स्व सहायता समूह की दीदियों से चर्चा की और उनके द्वारा तैयार किए गए सामग्रियों की सराहना की। स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल पर उन्होंने आयुष्मान कार्ड का वितरण करते हुए हितग्राहियों से बातचीत की तथा मुख्य अतिथि ने पशुपालन, स्कूल शिक्षा, समग्र शिक्षा, बिहान आदिम जाति विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल का बारी-बारी से अवलोकन किया तथा विभागीय योजनाओं से अवगत होते हुए उन्होंने पात्र हितग्राहियों को योजनाओं से लाभान्वित करने अधिकारियों को निर्देश दिए। कार्यक्रम में

कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज प्रमुख भीखम सिंह, बिंझवार समाज प्रमुख हेमसागर बिंझवार, पैकरा समाज से थानसिंह दीवान, उरांव समाज से जागेश्वर उरांव, गौड़ समाज से अरुण ठाकुर, संवरा समाज से सुरेश मालिक, कमार जनजाति प्रमुख मोती राम कमार, कौड़ियां समाज प्रमुखपंच राम, भुजिया समाज प्रमुख कौशल नेताम, खैरवार समाज प्रमुख मालो राम, गोडवाना गोड़ समाज प्रमुख जगदीश सिदार एवं मनराखन, जनप्रतिनिधिगण, जिला पंचायत सीईओ हेमंत नंदनवार, अनुविभागीय अधिकारी अक्षा गुप्ता सहित आदिवासी समाज के प्रतिनिधि, महिला समूह, एवं स्कूली बच्चे मौजूद थे।


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