महासमुंद : 5 जनवरी से 13 गांवों के लिए कोडार जलाशय से छोड़ा जाएगा पानी
महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा की पहल पर एवं किसानों की मांग और आवश्यकताओं को देखते हुए कोडार जलाशय से रबी फसल के लिए खेतों में पानी देने पर निर्णय लिया गया। विधायक सिन्हा ने कहा कि किसानों की मांग के मद्देनजर किसानों को पानी देना आवश्यक है। अतः 5 जनवरी से ही खेतों में पानी दिया जाए।
इसके लिए जिले के कोडार जलाशय परियोजना (बायीं तट नहर प्रणाली से) वृहद परियोजना अंतर्गत पानी दिया जाएगा। इसके लिए कोटवार के माध्यम से मुनादी करके किसानों तक जानकारी पहुंचाई जाए। अंतिम छोर तक पानी पहुंचे इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए।
कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला जल उपयोगिता समिति विनय कुमार लंगेह ने कहा कि समय-समय पर किसानों द्वारा रबी फसल के लिए पानी की मांग के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए एवं समिति द्वारा सर्वसम्मति से आगामी 5 जनवरी से पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया है।
विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि किसानों की मांग और जलभराव के आधार पर रबी फसल सिंचाई हेतु किसानों को जल प्रदाय किया जाए। उन्होंने कहा कि नहर में जल प्रवाह के दौरान किसी तरह नहर के तटों को काटकर पानी के उपयोग पर पाबंदी लगाया जाए। यदि कोई तट काटकर पानी ले जाने की कोशिश करते है तो उन पर भी कार्यवाही की जाए। कोशिश हो कि अंतिम छोर तक पानी खेतों तक पहुंचे।
जल संसाधन के मुख्य कार्यपालन अभियंता अजय कुमार खरे ने बताया कि रबी सिंचाई के लिए कोडार वृहद परियोजना में बांयी तट नहर प्रणाली से 13 गांवों के 1600 हेक्टेयर क्षेत्र का रकबा सिंचाई सुविधा के लिए प्रस्तावित किया गया है। इन गांवों में बंजारी, घोंघीबाहरा, बनसिवनी, कौंदकेरा, सोरिद, चोरभट्ठी, नयापारा, परसदा, बेमचा, मुस्की, कांपा, खरोरा एवं बरोंडाबाजार शामिल हैं।