संशोधित नागरिकता कानून को लेकर मोदी ने कहा दशकों पुरानी समस्याएं सुलझा रही उनकी सरकार
संशोधित
नागरिकता कानून के विरोध को लेकर विपक्षी दलों पर वोट बैंक पर कब्जा करने की स्पर्धा में शामिल होने का आरोप लगाते हुए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि दशकों पुरानी समस्याएं उनकी सरकार सुलझा रही है. इस फैसले पर जो लोग सांप्रदायिकता का रंग चढ़ा
रहे हैं, उनका असली चेहरा देश देख भी रहा है और समझ भी रहा
है.
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेटों को संबोधित करते
हुए मोदी ने कहा, ‘‘ कुछ राजनीतिक दल वोट बैंक पर कब्जा करने की स्पर्धा में
लगे हैं, आखिर किसके हितों के लिए काम कर रहे हैं ये लोग।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐतिहासिक अन्याय को दुरुस्त करने के
वास्ते भारत के पुराने वादे को पूरा करने के लिए आज
जब हमारी सरकार संशोधित नागरिकता कानून
सीएए लेकर आई है तो कुछ राजनीतिक दल वोट बैंक की खातिर इसका विरोध कर रहे हैं।’’
मोदी
ने कहा कि सीएए का विरोध ऐसे लोग कर रहे हैं जिन्होंने शत्रु सम्पत्ति कानून का भी
विरोध किया था। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद
भारत ने पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के हिंदुओं, सिखों और अन्य अल्पसंख्यकों से वादा
किया था कि जरूरत महसूस होने पर वे भारत आ सकते
हैं। यही इच्छा गांधी जी की थी और यही भावना
1950 में नेहरू-लियाकत समझौते की भी थी।
मोदी ने कहा, ‘‘ दशकों पुरानी समस्याएं सुलझा रही हमारी
सरकार के फैसले पर जो लोग सांप्रदायिकता
का रंग चढ़ा रहे हैं, उनका असली चेहरा देश देख भी रहा है और समझ भी रहा है। मैं फिर कहूंगा- देश
देख रहा है, समझ रहा है। चुप है, लेकिन सब समझ रहा है।’’
उन्होंने कहा ‘‘मैं इसमें नहीं जाना चाहता कि देश जब
आजाद हुआ था तब बंटवारा किसकी सलाह पर हुआ था, किन परिस्थितियों में हुआ था। हालांकि बंटवारे के बाद सीमा से जुड़े कुछ
मुद्दे भी आए, लेकिन इनके समाधान के लिए कोई बड़े प्रयास नहीं हुए।’’