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पति ने लगाया आरोप, डॉक्टर के गलत इलाज से हुई मौत

सरायपाली. ग्राम बटकी की एक नव विवाहिता की कल इलाज के दौरान मौत हो गई. एक ओर जहाँ उसके ससुराल पक्ष ने डॉक्टर के गलत इलाज के कारण मौत होने का आरोप लगाया है तो वहीं मायके पक्ष वालों ने उनके दामाद द्वारा प्रताड़ित करने और उसे कोई जहरीली चीज देकर मार देने का आरोप लगाया है. पुलिस मृतिका के परिजनों द्वारा लिखाये गए रिपोर्ट के आधार पर मर्ग कायम कर जाँच कर रही है.

जानकारी अनुसार सुभाषिनी कुमार पति हेमचंद 23 वर्ष बटकी का विवाह विगत 11 माह पूर्व हुआ था. उसके पति हेमचंद ने बताया कि 10 दिन पूर्व वह अपने मायके गई थी, जहाँ उसके हाथ-पाँव दर्द होने पर उसके पिता द्वारा जगदीशपुर हट्टापाली में बिहानु बरिहा के पास इलाज के लिए लिया गया था. उनके द्वारा स्वास्थ्य ठीक होने के बाद एक बार पुनरू आने के लिए कहा गया था. उनकी पत्नी का स्वास्थ्य ठीक होने के बाद हेमचंद अपनी पत्नी को उक्त डॉक्टर के पास पुनरू लेकर गए थे. जहाँ डॉक्टर ने स्वास्थ्य ठीक होने के बाद भी आयुर्वेदिक एवं एलोपैथिक की कुछ दवाईयाँ निकाली और उसकी पत्नी के कमर में दो इंजेक्शन व हाथ में एक इंजेक्शन लगाया. हाथ में इंजेक्शन लगाने के बाद उसे चक्कर आया एवं उल्टी होने लगी. डॉक्टर ने बीस मिनट के बाद ठीक होने की बात कही. इसके कुछ देर बाद वह ठीक भी हो गई और डॉक्टर के द्वारा विटामिन व दवाईयाँ दी गई. घर पहुँचने के बाद भोजन के पश्चात् हेमचंद खेत चला गया, तभी उसके पिता ने फोन करके बताया कि सुभाषिनी उल्टी कर रही है एवं पेट दर्द होने की बात कह रही है. तभी उनके द्वारा छुईपाली में डॉ. सुभाष के पास जाकर इंजेक्शन लगवाया गया. वहाँ ठीक न होने पर छुईपाली के पुष्पा अस्पताल लेकर गए, लेकिन पुष्पा अस्पताल में भी डॉक्टर उपलब्ध न होने पर उसे इलाज के लिए पास के अम्बिका अस्पताल लेकर गए. जहाँ इलाज के दौरान कल रात 10 बजे उसकी मौत हो गई. हेमचंद का आरोप है कि जगदीशपुर के डॉक्टर द्वारा गलत इलाज किया गया है, जिसके कारण उसकी पत्नी की मौत हुई है.

महिला के पिता ने ससुराल पक्ष पर लगाया जहरीली चीज देकर मारने का आरोप  

जबकि मृतिका के पिता परसराम ग्वाल पिता मायाराम 46 वर्ष निवासी भगत सरायपाली ने अपने दामाद हेमचंद पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके दामाद का किसी अन्य के साथ अफेयर चल रहा था. विवाह के बाद उनका दामाद 10-15 दिन ही गाँव में रूका और उसकी पुत्री को ससुराल में छोड़कर अकेले रायपुर चला गया. वह उनकी पुत्री को पसंद नहीं करता था इसलिए उनकी पुत्री हमेशा अपने ससुर के साथ आना-जाना करती थी. दामाद कभी कभार ही ससुराल आता था. उसकी पुत्री को कई प्रकार से प्रताड़ित भी किया जाता था. जिसके लिए दो बार मीटिंग भी रखी गई थी और उसमें समझौता हुआ था. इसके बाद उन्होंने मीटिंग में उनकी पुत्री को परेशान नहीं करने की बात कही थी. परंतु उसके बाद भी प्रताड़ना जारी रही. तब उन्होंने अपने दामाद से कहा था कि उनकी पुत्री को पसंद नहीं करते तो वापस लाकर मायके में छोड़ दें. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और कल घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल पहुँचे तो उन्होंने देखा कि उल्टी में खाना या पानी नहीं बल्कि झाग निकल रहा था. इसलिए उन्हें शंका है कि उनकी पुत्री को किसी प्रकार की जहरीली चीज दी गई है या उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया है. आगे उन्होंने यह भी बताया कि उनके पक्ष को पुलिस नहीं सुन रही है और एक पक्षीय जाँच ही कर रही है. इसलिए उनके द्वारा पुलिस से मामले की सत्यता की निष्पक्ष जाँच कर उचित कार्यवाही की मांग की गई है.






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