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गोंडवाना कप प्रो-कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन समापन समारोह में प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा एवं शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम हुए शामिल

खिलाड़ियों का किया उत्साहवर्धन, प्रथम पुरस्कार राशि 40 हजार रूपए प्रदान करने की घोषणा की

महासमुन्द 18 फरवरी 2020/जिले के विकासखण्ड महासमुन्द के अंतिम छोर पर बसे आदिवासी बाहुल्य ग्राम जामपाली में सोमवार 17 जनवरी 2020 को सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित गोंडवाना कप प्रो-कबड्डी प्रतियोगिता के समापन समारोह में प्रदेश के वाणिज्यिक कर (उत्पाद शुल्क), वाणिज्य, आबकारी, उद्योग एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा और स्कूल शिक्षा, आदिवासी और अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक विकास मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम शामिल हुए। मंत्री ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। इस दौरान प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने गोंडवाना कप प्रो-कबड्डी प्रतियोगिता के प्रथम पुरस्कार राशि 40 हजार रूपए देने की घोषणा के साथ ही उन्होंने अगले वर्ष एक लाख रूपए इस प्रतियोगिता हेतु देने की बात कही।

इस अवसर पर मंत्री श्री लखमा ने कहा कि 15 वर्षो के पश्चात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में गठित सरकार द्वारा आदिवासियों के विकास के लिए अनेक कार्यक्रम एवं योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आदिवासी महोत्सव का आयोजन प्रदेश की राजधानी में किया गया। जिसमें देश-विदेश के लोगों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के विभिन्न पारंपरिक त्यौहारों के अवसर पर भी अवकाश की घोषणा की गई है। राज्य शासन द्वारा तेन्दुपत्ता बोनस भी दिया जा रहा है। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी विशेष भूमिका निभाने वाले छत्तीसगढ़ के वीर सपूत शहीद वीर नारायण सिंह, गुण्डाधुर का स्मरण किया। श्री लखमा ने जीवन में खेलों के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि खिलाड़ी ऐसे पारंपरिक खेलों में अपनी प्रतिभा निखारते हुए प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करे। 

प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिह टेकाम ने कहा कि विभिन्न टीमों के बीच होने वाली प्रतिस्पर्धा अत्यंत रोमांचक रही।

उन्होंने सभी टीमों के खिलाड़ियों को बधाई देते हुए आयोजकों को भी बधाई दी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यहां आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता नए साजो-सामान एवं मॉडर्न रूप में हो रही है। उन्होंने कहा कि खेलों का हर व्यक्ति के जीवन में विशेष महत्व होता है। जब भी कहीं खेल का आयोजन होता है तो उन्हे अपना बचपन याद आता है। पहले कबड्डी प्रतियोगिता धूल-मिट्टी में आयोजित होता था, लेकिन आज मैट पर आयोजित हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में आयोजन में सभी वर्गों का सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा आदिवासी समाज के विकास के लिए मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है। इसके अलावा विकास के लिए अनेक योजनाओं का संचालन भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा किसानों के हितों को सर्वोपरी रखकर धान खरीदी का निर्णय लिया गया। धान खरीदी की समय-सीमा भी बढ़ाई गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के परंपरागत एवं पुराने खेलों को बढ़ावा देने का भी निर्णय लिया है।

इस अवसर पर समाज प्रमुखों द्वारा मांग रखे जाने पर उन्होंने जामपाली में सांस्कृतिक भवन निर्माण का आश्वासन दिया, वहीं खेल आयोजकों को 50 हजार रूपए देने की घोषणा की। इसके अलावा डूमरपाली में विद्यालय में भवन, कमरें सहित अन्य आवश्यकताओं की जानकारी उपलब्ध कराने पर उसे पूरा करने का आश्वासन दिया। समापन समारोह में महासमुन्द विधायक श्री विनोद चन्द्राकर ने कहा कि युवा वर्ग छत्तीसगढ़ के परंपरागत खेल कबड्डी सहित अन्य खेलों मे भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें। शासन द्वारा इसके लिए सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने इस अवसर पर आयोजकों एवं खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इससे पहले श्री रामअवतार ध्रुव ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण पटेल, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती बसंता ठाकुर, श्री नवल सिंह मण्डावी, श्री अमृत लाल जगत, कमलेश ध्रुव, मनराखन ठाकुर, श्री एस.पी.ध्रुव, श्री दाऊलाल चन्द्राकर सहित अन्य गणमान्य नागरिक, आदिवासी समाज के सदस्य एवं पदाधिकारीगण, खेल प्रेमी उपस्थित थे।





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