बंसुला डीपा स्थित प्राथमिक विद्यालय एवं परिसर बना लावारिस मवेशियो का अड्डा.
स्कूल बन्द अवस्था में देखरेख का अभाव,स्कूल की सुरक्षा हेतु शाला विकास समिति हुई है गठित.
फिर भी रहता है दिनभर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा
ब्लाक
मुख्यालय के समीपस्थ ग्राम पंचायत बंसुला के आश्रित बंसुला डीपापारा में असामाजिक
तत्वों का जमावड़ा दिनो दिन बढ़ रहा है। स्कूल के आसपास और उसके बाउंड्रीवाल के
अंदर दिन के वक्त यह लोग उस जगह पर नशा करने के बाद वहां से चले जाते हैं।किन्तु
नशे में उपयोग किये गये काँच जैसे सामान वहीं छोड़ जाते हैं। जिससे बाद में स्कूल
में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को खेलते वक्त पैरों में चोट का कारण बनती है।
नशेडिय़ों के इस तरह से नशा करने के कारण स्कूल का भवन और आसपास के मुहल्ले में
अशान्ति एवं अपराध का खतरा भी बढ़ जाता है। एेसे ही हालत में यहां बाउंड्रीवाल के
दीवालों के इंट को गड्ढे नुमा बनाकर चढ़ कर स्कूल परिसर के अंदर प्रवेश करते हैं।
अभी कोरोंना संक्रमण काल होने के कारण स्कूल बन्द है। वहां असामाजिक तत्व दिन रात
नशा करने के लिए घुस जाते हैं। स्कूल भवन की आड़ में यह लोग बड़ी आसानी से आम लोगों
को चकमा देकर अपना काम करके चले जाते हैं। बोतल के साथ अन्य सामान वहीं छोड़ कर
गंदगी फैला जाते हैं।
बंसुला डीपापारा प्राथमिक विद्यालय में असामाजिक तत्वों के नशे के सामान से स्कूल समय में छात्र छात्राओं के पैर में अनेको बार चोट आ चुकी हैं। बोतल के टुकडे छोटे बच्चों को खेलते वक्त पैरों में कांच घुस जाते हैं, जिससे उनके तलवे कट जाते हैं।
इस शाला में शाला विकास समिति गठित है। जिनके सदस्य स्कूल के आसपास के घरों में निवासरत करते हैं। उनके द्वारा देख रेख के आभाव में स्कूल में लगे नल को बदमाश लोग तोड़ चुके हैं। स्कूल के बिजली के वायर भी गायब हो रहे है। दिवालो ,दरवाजा के कुंडीओं को चुपके से कबाड़ी में बेचने के लिए तोड़ा जा रहा है।इसके अतिरिक्त वहां पर महिला इकाई समूह का भवन है। वहां के दरवाजे टूट चुके हैं। भवन भीतर का वायरिंग ,पंखे,बल्ब, टाइल्स ,खिड़कियां टूट गई हैं। एक सामुदायिक भवन में ताला नही लगे होने के कारण भवन के अंदर में लावारिस गाय बैलों का झुण्ड घुसा रहकर भवन में गंदगी फैलाई जा रही है।जिसके कारण अंदर भाग को खराब कर दे रहे हैं।,एक अन्य भवन में दरवाजा के ताला का आभाव होने से टूटने फूटने का डर हमेशा बना रहता है। वही स्कूल भवन में छत को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। स्कूल में चारों ओर दीवाल नही होने से खुला रास्ता देखकर दुपहिया सहित अज्ञात असामाजिक लोग घुस जाते हैं। वहीं सावन में किये गए वृक्षारोपण पौधों को आवारा पशुओं द्वारा उखाड़ दिया जा रहा है।