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स्वामी विवेकानंद की जयंती पर गरीब की बेटी ने बताया नकल पकड़ने का तरकीब तो किसान के बेटे ने बताया खरपतवार नियंत्रण का आसन तरीका... मुख्यमंत्री ने की तारीफ़...

मुश्किल कामों को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए अच्छी तरकीब निकालने की जरूरत है। छत्तीसगढ़ के किसान, मजदूरों के बेटे-बेटियों ने जो आइडिया दिया उसे पूरे देश में सराहनी मिली है। किसी ने एआई के जरिए नकल पडऩे की तरकीब बताई तो किसी ने पेड़ के काटे जाने पर अलार्म बज उठने का फार्मूला तैयार कर डाला।

अवसर था स्वामी विवेकानंद की जयंती का, इस अवसर पर एआई फार यूथ प्रोग्राम के तहत फेस दो के लिए छत्तीसगढ़ के नौ छात्रों का चयन किया गया है। इसमें सर्वाधिक छात्त्र महासमुंद के एक ही स्कूल शासकीय कुलदीप निगम उमा शाला नर्रा, विकासखंड बागबाहरा के साथ छात्र चुने गए हैं।

वहीं शासकीय गल्र्स हायर सेकेंडरी स्कूल रायपुर और शासकीय स्कूल बेमेतरा के एक-एक विद्यार्थी का चयन हुआ है। देशभर से चयनित टाप-30 छात्रों को अंतिम रूप से विजेता घोषित करके उनके विचारों पर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मॉडल को पेटेंट कराया जाएगा।

नकल पकडऩे के लिए दिया आइडिया:-

शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्रा की बायोलाजी 12वीं की छात्रा हिमांशी देवांगन ने ऐसी तरकीब बताई जिसमें कोरोना काल के दौरान भी घर बैठे निष्पक्ष परीक्षा ली जा सकती है। परीक्षा के दौरान कोई चिट न मारे इसके लिए एआइ का उपयोग किया जा सकता है। हिमांशी के पिता संतोष देवांगन खेती-मजदूरी करते हैं और बेटी को बढ़ा रही हैं।

खरपतवार निकालने का दिया आइडिया:-


शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्रा के बायोलाजी की 12वीं के छात्र वैभव देवांगन ने एग्रीकल्चर क्षेत्र में एआइ के बेहतर इस्तेमाल करने का आइडिया दिया है। उन्होंने बताया कि खरपतवार निकालने के लिए मजदूर लगाने पड़ते हैं और मजदूरों की भी दिक्कत होती है। क्यों न एआइ के इस्तेमाल से ऐसा सिस्टम बनाया जाय जो कि खरपतवार को स्वयं ही निकाल ले। उनके पिता पूनाराम राम देवांगन की अक्टूबर में मौत हुई। वैभव की माता कामिनी देवांगन मजदूरी करती हैं।

ऐसे बजेगा अलार्म

शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्रा के बायोलाजी के 12वीं के छात्र धीरज ने प्री कंटिंग सेंसर की कल्पना की है। यदि कोई पेड़ काटने की कोशिश करेगा तो उसे अलार्म देकर सतर्क किया जा सकता है। इनके पिता का नाम चीनीराम यादव और वे किसानी करते हैं।

मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने दी बधाई

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्कूल शिक्षा मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने चयनित विद्यार्थियों और शिक्षकों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने राज्य के विद्यार्थियों और शिक्षकों से विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करने के लिए सतत प्रयत्नशील रहने का आह्वान किया है।

भारत सरकार के इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा विश्व की प्रसिद्ध साफ्टवेयर कंपनी इंटेल के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम एआइ फार यूथ में देश के केवल शासकीय स्कूलों के छात्रों को नवीनतम आर्टिफिशियल तकनीक से रू-ब-रू कराने और उनके द्वारा समाज की समस्याओं का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से समाधान ढूंढने के लिए यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।




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