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मलिना पवार को सर्वोच्च नर्सिंग -" परिचलिका कर्मचारी कल्याण संघ " पुरूस्कार से नवाजा गया

जैसा हमे ज्ञात है वर्तमान में सक्रिय कोविड 19 महामारी ने पूरे दुनिया को घुटनो पर आने के लिए मज़बूर कर दिया है। दुनिया का एक भी कोना ऐसा नहीं है जहाँ इस वायरस का संक्रमण ना फैला हो। दुनिया में लाखो लोगो की इस वायरस ने जान ले ली। बहुत सारे लोग प्रतिदिन इससे संक्रमित हो रहे है। जिसका सिर्फ एक ही उपाय है और वह है समाजिक दूरी, क्योंकि इस महामारी ने दुनिया में तूफ़ान ला दिया है एवं वायरस संक्रमण के श्रृंखला को तोड़ने के लिए नागरिको के बीच सामाजिक दूरी का पालन करना अनिवार्य हो गया ।

कोरोना काल में डॉक्टर, नर्स, वार्ड बॉय , पैथोलोजिस्ट ने आपातकालीन स्थिति में कोरोना योद्धा बनकर देश की सेवा में आगे रहे है। उन्होंने जान जोखिम में डालकर अपनी देश , समाज और मरीज़ो के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी की है। ऐसे ही एक कहानी नारायणपुर जिले में नर्स के पद पर पदस्थ श्रीमती मलिना पवार नर्सिंग इंचार्ज के रूप में जिला अस्पताल नारायणपुर की है, जिन्हें सर्वोच्च नर्सिंग -" परिचलिका कर्मचारी कल्याण संघ " पुरूस्कार से नवाजा गया ।



ज्ञात हो कि जब महामारी की वजह से कोरोना से ग्रसित व्यक्ति को अपने ही दूरी बनाते थे , उस विषम परिस्थितियों में श्रीमती मलीना पवार एवं उनकी सहकर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ,अपने परिवार से महीनों दूर रह कर ना सिर्फ उनको इलाज किया , डिलीवरी हो या अशहाय मरीजों के दैनिक कार्य का संपादन करके उन्होंने कर्मनिष्ट परीचालिका का परचम लहराया। जिसके फलस्वरूप श्रीमती मलिना पवार एवं जिले में पदास्थ अन्य नर्सो को जिन्होंने कोरॉना महामारी में अपनी सेवा दी है , उन्हें कोरोना योद्धा सेवा सम्मान पत्र से नवाजा गया ।




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