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बागबाहरा :बाल विवाह को लेकर महिला बालविकास विभाग टीम की पैनी नजर ,फिर रुकवाई एक बाल विवाह

बाल विवाह एक सामाजिक कुरीति है बालविवाह को लेकर अनेक समाजिक संस्थाएं ,NGO सहित महिला बाल विकास विभाग एंव स्वास्थ विभाग द्वारा सतत निगरानी कर लोगो को बाल विवाह के दुष्परिणाम जैसे जच्चे बच्चे को खतरा नबालिक माता की शारीरिक विकास न हो पाने कुपोषण के शिकार होने जैसे दुष्परिणाम से सभी सरकारी एंव समाजसेवी संस्थाए अभियान चलाकर लोगों को अवगत कराती रही है ,फिर भी कुछ ग्रामीण इन सारी बातों को नजर अंदाज करते हुए अपने नाबालिक बेटी का विवाह करने पर उतारू रहते है पिछले दिनों बागबाहरा थाना क्षेत्र बिराजपाली में बागबाहरा महिला बालविकास विभाग की टीम ने बालविवाह रुकवा कर परिवार को बाल विवाह के नुकसान सम्बंधित जानकारी देकर समझाइस दिए थे।

वैसा ही एक मामला आज दिनांक 7 अप्रेल को कोमाखान थाना क्षेत्र ग्राम परसुली में देखने को मिला, बालविवाह की सूचना मिलने पर महिला बाल विकास विभाग बागबाहरा की टीम ने परसुली पहुंच कर बाराती आने से पहले कार्रवाई करते हुए बाल विवाह रुकवाया और नाबालिक की माता पिता सहित परिवार को बालविवाह के दुष्परिणाम से अवगत करा कर समझाइस दी। कार्रवाई में प्रमुख रूप से महिला बालविकास परियोजना अधिकारी चन्द्रहास नाग,भावना गुप्ता सहित पुलिस कर्मी नीरा यादव,एंव तोषराम दीवान शामिल थे।




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